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बीएसएफ ने दुर्लभ प्रजाति के 16 कबूतर तथा तीन कुरासाव पक्षियों को तस्करी से बचाया

दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने वन्यजीव पक्षियों की तस्करी को नाकाम करते हुए दुर्लभ प्रजाति के 16 कबूतरों तथा तीन कुरासाव पक्षियों को तस्करों के चंगुल से बचाया। जब जवानों ने पूरे इलाके की तलाशी ली तो एक टोकरी मिली जिसमें 16 कबूतर और तीन कुरासाव पक्षी पाए गए।

By PRITI JHAEdited By: Published: Wed, 13 Jan 2021 09:48 AM (IST)Updated: Wed, 13 Jan 2021 09:48 AM (IST)
बीएसएफ ने दुर्लभ प्रजाति के 16 कबूतर तथा तीन कुरासाव पक्षियों को तस्करी से बचाया
बीएसएफ द्वारा जब्त दुर्लभ प्रजाति के 16 कबूतरों तथा तीन कुरासाव पक्षी।

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने वन्यजीव पक्षियों की तस्करी को नाकाम करते हुए दुर्लभ प्रजाति के 16 कबूतरों तथा तीन कुरासाव पक्षियों को तस्करों के चंगुल से बचाया।

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बीएसएफ की ओर से जारी बयान में बताया गया कि 11 जनवरी, सोमवार की देर रात जवानों ने इन दुर्लभ पक्षियों को अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास से उस वक्त जब्त किया, जब उत्तर 24 परगना में बीएसएफ की सीमा चौकी डोबिला इलाके से तस्करी के माध्यम से बांग्लादेश से इसे अवैध तरीके से भारत में लाए जा रहे थे। बयान के मुताबिक, एक खुफ़िया सूचना पर कार्य करते हुए सीमा चौकी डोबिला, 153 वाहिनी, सेक्टर कोलकाता के जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एक विशेष तलाशी अभियान चलाया।

इस दौरान एक संदिग्ध व्यक्ति जो कि बड़े टोकरी के साथ गांव गैनपरा, डोबिला के नजदीक बांग्लादेश से भारतीय सीमा में प्रवेश करने की कोशिश कर रहा था। जब सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने उसे चुनौती दी तब संदिग्ध व्यक्ति टोकरी को वहीं पर छोड़कर वापस बांग्लादेश की तरफ भाग गया। जब जवानों ने पूरे इलाके की तलाशी ली तो एक टोकरी मिली जिसमें 16 कबूतर और तीन कुरासाव पक्षी पाए गए। तत्काल ही सीमा सुरक्षा बल ने सभी पक्षियों को अपने कब्जे में ले लिया। बीएसएफ ने जब्त किए गए वन्य पक्षियों को कस्टम कार्यालय तेनतुलिया को सौंप दिया है।

इधर, इन दुर्लभ पक्षियों को तस्करों के चंगुल से मुक्त कराने की कार्रवाई पर 153वीं वाहिनी, बीएसएफ के कमांडिंग ऑफिसर जवाहर सिंह नेगी ने प्रसन्नता व्यक्त की और अपने जवानों की पीठ थपथपाई। जिसके परिणाम स्वरूप वन्य जीवों की तस्करी को नाकाम किया गया।

उन्होंने कहा कि यह केवल ड्यूटी पर मौजूद उनके जवानों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सका हैं। उन्होंने आगे कहा कि उनके जवान सीमा पर अपराधों को रोकने के लिए शून्य शाहिष्णुता के संकल्प को पूरा करने के लिए पूरी तरह से दृढ़ और प्रतिबद्ध हैं, जो कि महानिरीक्षक, सीमा सुरक्षा बल, सीमांत दक्षिण बंगाल, कोलकाता द्वारा चलाया जा रहा है। 


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