बीएसएफ ने सीमा पर दुर्लभ प्रजाति के छह तोते को तस्करी से बचाया, महिला तस्कर भी गिरफ्तार
उत्तर 24 परगना जिले के सीमावर्ती इलाके से होकर बांग्लादेश में की जा रही थी तस्करी भारत–बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास वन्यजीवों की तस्करी को नाकाम करते हुए दुर्लभ प्रजाति के छह तोते को तस्करी से बचाने के साथ एक महिला तस्कर को भी गिरफ्तार किया है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास वन्यजीवों की तस्करी को नाकाम करते हुए दुर्लभ प्रजाति के छह तोते को तस्करी से बचाने के साथ एक महिला तस्कर को भी गिरफ्तार किया है। बीएसएफ की ओर से रविवार को जारी एक बयान में बताया गया कि इन तोते को उस वक्त बचाया गया जब इसे सीमा चौकी हाकिमपुर, उत्तर 24 परगना के इलाके से तस्करी कर भारत से बांग्लादेश ले जाया जा रहा था।
बयान के मुताबिक, 15 जनवरी को प्राप्त विश्वस्त सूचना के आधार पर सीमा चौकी हाकिमपुर, 112वीं वाहिनी, सेक्टर कोलकाता के जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक एक एम्बुश लगाया। शाम लगभग 5:25 बजे, एम्बुश पार्टी ने एक संदिग्ध महिला की हरकत देखी जो अपने साथ एक बैग लिए हुए धरकंडा बाजार से हाकिमपुर गांव की तरफ जाने का प्रयास कर रही थी ।
एम्बुश पार्टी ने चुनौती दी तो महिला बैग को फेककर वापस भागने की कोशिश करने लगी। जवानों ने पीछा कर महिला को पकड़ लिया। तलाशी में पास के सरसों के खेत से एक नायलान बैग बरामद हुआ जिसके अंदर से अलग -अलग रंगों के छह तोते पाए गए। गिरफ्तार महिला की पहचान रूपभान दलाल (38), गांव + पोस्ट- हाकिमपुर, थाना - स्वरूपनगर, जिला- उत्तर 24 परगना के रूप में हुई है।
पूछताछ में महिला तस्कर ने बीएसएफ को बताया कि वह पिछले कुछ दिनों से तस्कर वाहक का कार्य कर रही है। उसको ये सभी तोते अपने ही गांव की रहने वाली सरीफा बीबी नाम की महिला से दिए थे। बीएसएफ ड्यूटी लाइन पार करने के बाद इन तोतों को सीमा पार कराना था, जिसके लिए उसे 100 रुपये मिलने थे। बीएसएफ ने तस्करी से बचाए गए सभी तोते के साथ गिरफ्तार महिला तस्कर को आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए कस्टम कार्यालय तेंतुलिया को सौंप दिया है।
बीएसएफ अधिकारी ने जवानों की प्रशंसा की
इधर दक्षिण बंगाल फ्रंटियर बीएसएफ के जनसंपर्क अधिकारी ने 112वीं वाहिनी के जवानों की उपलब्धि पर खुशी व्यक्त की, जिसमें उन्होंने तस्करी को नाकाम करते हुए एक महिला तस्कर को दुर्लभ प्रजाति के छह तोते के साथ पकड़ा।उन्होंने कहा कि यह केवल ड्यूटी पर तैनात जवानों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सका है। अधिकारी ने साफ शब्दों में कहा कि उनके जवानों की नजरों से कुछ भी नही छिप सकता।