बंगाल के मालदा जिले में बीएसएफ ने दो बांग्लादेशी पशु तस्करों को दबोचा
बांग्लादेशी तस्करों द्वारा मध्य रात्रि में मवेशियों को अदाडांगा सीमा चौकी इलाके से होकर बांग्लादेश में तस्करी की कोशिश की जा रही थी। लेकिन बीएसएफ की 159वीं वाहिनी के सतर्क जवानों ने तस्करों के मंसूबे को ध्वस्त कर दिया।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल के मालदा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास मवेशियों की तस्करी को नाकाम करते हुए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने दो बांग्लादेशी पशु तस्करों को गिरफ्तार किया है। तस्करों के कब्जे से दो मवेशियों को भी मुक्त कराया गया है।
बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की ओर से बयान में बताया गया कि बांग्लादेशी तस्करों द्वारा 21/22 सितंबर की मध्य रात्रि में मवेशियों को अदाडांगा सीमा चौकी इलाके से होकर बांग्लादेश में तस्करी की कोशिश की जा रही थी। लेकिन, बीएसएफ की 159वीं वाहिनी के सतर्क जवानों ने तस्करों के मंसूबे को ध्वस्त कर दिया।
बयान के मुताबिक, जब्त 2 मवेशियों की बांग्लादेशी बाजार में अनुमानित कीमत लगभग 80-90 हजार रुपये है। पकड़े गए तस्करों के नाम सदाम हुसैन व फारूक हुसैन है। दोनों बांग्लादेश के नागाओं जिले का रहने वाला है। प्रारंभिक पूछताछ में तस्करों ने बीएसएफ को बताया कि वह भारतीय क्षेत्र में बीओपी पन्नपुर और बीओपी टिकापारा के बीच के क्षेत्र से 20 सितंबर की रात को दाखिल हुआ था।
मालदा में भारतीय तस्कर के घर पर एक दिन रुका था दोनों
भारत में प्रवेश करने के बाद वे दोनों मालदा जिले के बामनगोला थाना अंतर्गत सीमावर्ती अलंदर गांव में आकाश हलदर (27) के यहां गए। वह एक दिन वहां रहे और भारतीय तस्कर आकाश ने दो मवेशी उनको दिया। यह मवेशी बांग्लादेशी तस्कर महाबुर, ग्राम- बीरमपुर, थाना- सपरहर जिला- नौगांव (बांग्लादेश) को सौंपने थे। इन मवेशियों को लेकर 22 सितंबर की देर रात लगभग 1 बजे जब वे लोग सीमावर्ती पोस्ट अदाडांगा के क्षेत्र से अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार करने की कोशिश कर रहे थे, तभी बीएसएफ ने उन्हें पकड़ लिया।
बीएसएफ ने दोनों तस्करों को बामनगोला थाने को सौंपा
बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए बांग्लादेशी तस्करों को बामनगोला थाने के हवाले कर दिया है। साथ ही बीएसएफ की ओर से एफआइआर भी दर्ज कराई जाएगी, ताकि मामले की गहराई से छानबीन हो सके और इस धंधे में शामिल तस्करों पर शिकंजा कसा जा सके। वहीं, 159वीं बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर एचएन जोशी ने अपने जवानों की इस कार्रवाई पर खुशी व्यक्त की, जिसके परिणामस्वरूप 2 बांग्लादेशी पशु तस्करों को पकड़ने में सफलता मिली। उन्होंने कहा कि यह केवल ड्यूटी पर जवानों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सका है।