बीएसएफ की स्वर्ण जयंती शौर्य प्रदर्शनी यात्रा पहुंची कृष्णाननगर, ग्रामीणों ने किया भव्य स्वागत
बीएसएफ की शौर्य प्रदर्शनी यात्रा को देखने के लिए उमड़ी ग्रामीणों की भीड़। स्त्रोत बीएसएफ यात्रा क्षेत्रीय मुख्यालय बहरामपुर के लिए रवाना हुई। जगह-जगह सांस्कृतिक कार्यक्रम फोटो और आग्नेयास्त्रों की प्रदर्शनियां आयोजित की जा रही हैं और वृत्तचित्र एवं लघु फिल्में भी दिखाई जा रही हैं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बांग्लादेश की मुक्ति एवं पाकिस्तान पर विजय के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के पूर्वी कमान मुख्यालय, कोलकाता के तत्वावधान में तीन दिसंबर को शुरू की गई स्वर्ण जयंती शौर्य प्रदर्शनी यात्रा मंगलवार को नदिया जिले के कृष्णानगर में स्थित बल के क्षेत्रीय मुख्यालय में पहुंची। यहां अमरीश कुमार आर्य, उप महानिरीक्षक, क्षेत्रीय मुख्यालय कृष्णानगर, 82वीं वाहिनी के द्वितीय कमान अधिकारी अशोक कुमार, 54वीं वाहिनी के द्वितीय कमान अधिकारी मधुकर जुआल और बल के अन्य अधिकारियों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर यात्रा का जोरदार स्वागत किया। उन्होंने यात्रा को आगे भी सफल होने की शुभकामनाएं दी। सीमानगर और छपरा ग्राम के लोगों ने इस यात्रा को बहुत ही रोचक बताया।
यात्रा क्षेत्रीय मुख्यालय बहरामपुर के लिए रवाना हुई
ग्रामीणों ने यात्रा में सम्मलित वाहनों पर लगी चित्रावली की विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने 1971 के युद्ध के बारे में भी जानकारी ली। इसके बाद यह यात्रा कृष्णानगर से आगे के पड़ाव के लिए क्षेत्रीय मुख्यालय बहरामपुर के लिए रवाना हुई।
पश्चिम बंगाल व असम से होकर 18 दिनों में पूरी होगी
उल्लेखनीय है कि बीएसएफ द्वारा बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में शुरू की गई 1,200 किलोमीटर लंबी कोलकाता-गुवाहाटी स्वर्णजयंती शौर्य प्रदर्शनी यात्रा पश्चिम बंगाल और असम से होकर 18 दिनों में पूरी होगी।
तीन दिसंबर, शुक्रवार को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था
बीएसएफ के पूर्वी कमान के एडीजी वाईबी खुरानिया और कोलकाता में बांग्लादेश के उप उच्चायुक्त तौफीक हसन ने कोलकाता के राजारहाट स्थित बल के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर मुख्यालय से छह वाहनों वाली सचल प्रदर्शनी इस यात्रा को तीन दिसंबर, शुक्रवार को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था।
जगह-जगह सांस्कृतिक कार्यक्रम, वृत्तचित्र एवं लघु फिल्में दिखाई जा रही
इस प्रदर्शनी यात्रा के दौरान जगह-जगह सांस्कृतिक कार्यक्रम, फोटो और आग्नेयास्त्रों की प्रदर्शनियां आयोजित की जा रही हैं और वृत्तचित्र एवं लघु फिल्में भी दिखाई जा रही हैं। अधिकारियों का कहना है कि स्वर्ण जयंती शौर्य प्रदर्शनी यात्रा का उद्देश्य लोगों को बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम और पाकिस्तान पर जीत तथा उसमें बीएसएफ के अतुलनीय योगदान के बारे में अवगत कराना है।