बीएसएफ ने तस्करी के लिए उगाई जा रही गांजे की फसल को गांव वासियों के साथ मिल कर किया नष्ट
बंजर पड़े खेतों में अवैध रूप से गांजे की खेती करने की सूचना मिलने पर सर्तक जवानों ने गांव के पंचायत मेंबर अन्य ग्रामवासियों को लेकर एक विशेष अभियान चलाकर गांव की बंजर पड़ी जमीन पर आपराधिक तत्वों के द्वारा उगाई जा रही गांजे की फसल को नष्ट किया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत सीमा सुरक्षा बल बीएसएफ के जवानों ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के सीमावर्ती इलाके में तस्करी के उद्देश्य से उगाई जा रही गांजे की फसल को गांव वासियों के साथ मिल कर नष्ट कर दिया। बीएसएफ की सीमा चौकी मुस्तफ़ापुर, 107वीं बटालियन के जवानों ने खुफिया सूचना के आधार पर इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
बीएसएफ की ओर से एक बयान में बताया गया कि यह घटना 22 अक्टूबर की है। बीएसएफ के खुफिया विभाग को इलाके में अवैध रूप से स्मगलिंग करने के लिये उगाई जा रही गांजे की फसल के बारे में जानकारी मिली थी। गांव के लोग भी गांजे की इस अवैध खेती करने वालों से परेशान हो चुके थे। उन्होंने भी बीएसएफ के अधिकारियों से इसकी शिकायत की थी।
इसके बाद सीमावर्ती गांव मथपारा में बंजर पड़े खेतों में अवैध रूप से गांजे की खेती करने की सूचना मिलने पर सीमा चौकी मुस्तफापुर के सर्तक जवानों ने एक विशेष टीम का गठन करके तथा साथ में गांव के पंचायत मेंबर तथा अन्य ग्रामवासियों को लेकर एक विशेष अभियान चलाकर गांव की बंजर पड़ी जमीन पर आपराधिक तत्वों के द्वारा उगाई जा रही गांजे की फसल को नष्ट किया गया।
फसल को नष्ट करने के पश्चात सभी ग्रामवासियों द्वारा सीमा सुरक्षा बल के इस कार्य की प्रशंसा की गई और इस कार्य के लिए आभार व्यक्त किया। इधर, सीमा सुरक्षा बल के प्रवक्ता ने बताया कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए हम कड़े कदम उठा रहे है और गांव के लोग इसमें हमारी मदद कर रहें हैं। यह एक अच्छी बात हैं। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी कीमत पर अंतराष्ट्रीय सीमा पर मादक पदार्थों की तस्करी नहीं होने दी जाएगी।