चेन्नई से काम कर वापस लौट रहे चार घुसपैठियों को बीएसएफ ने सीमा पर दबोचा, बांग्लादेश जाने की कोशिश में थे
BSF caught four infiltrators बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में अंतररराष्ट्रीय सीमा के पास से सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 153वीं बटालियन के सतर्क जवानों ने दो दिनों के भीतर दूसरी बार चार और बांग्लादेशी घुसपैठियों को दबोचा है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में अंतररराष्ट्रीय सीमा के पास से सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 153वीं बटालियन के सतर्क जवानों ने दो दिनों के भीतर दूसरी बार चार और बांग्लादेशी घुसपैठियों को दबोचा है। अधिकारियों ने बताया कि चारों घुसपैठियों को गुरुवार देर रात घोजाडांगा सीमा चौकी इलाके से उस वक्त पकड़ा गया जब वे रात के अंधेरे में अवैध तरीके से अंतरराष्ट्रीय सीमा को लांघ कर बांग्लादेश जाने की कोशिश कर रहे थे।
गौरतलब है कि इससे पहले बुधवार रात में भी इस बटालियन के जवानों ने घुसपैठ की बड़ी कोशिशों को नाकाम करते हुए घोजाडांगा सीमा चौकी इलाके से ही अवैध तरीके से भारत में घुसने की कोशिश कर रहे चार बांग्लादेशी युवकों को गिरफ्तार किया था। 153वीं बटालियन के कमांडेंट जवाहर सिंह नेगी ने बताया कि दो दिन के भीतर इस इलाके से आठ बांग्लादेशियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। उन्होंने बताया कि गुरुवार रात में जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास कुछ लोगों की संदिग्ध हरकत देखी।
दलालों की मदद से ये लोग वापस बांग्लादेश जाने की फिराक में थे।लेकिन सतर्क जवानों ने इनकी योजना पर पानी फेर दिया और चारों को दबोच लिया। बीएसएफ अधिकारी ने बताया कि पूछताछ में चारों युवकों ने दावा किया कि वे लोग चेन्नई में कंस्ट्रक्शन साइट पर काम कर रहे थे और अब वापस जा रहे थे। इनमें से दो युवकों ने खुलासा किया कि वे 2013 से ही वहां काम कर रहे थे। वहीं, दो युवक कुछ माह पहले ही वहां काम करने गए थे।
गौरतलब है कि हाल में पकड़े गए कई बांग्लादेशियों से पूछताछ में खुलासा हुआ था कि दक्षिण भारत के विभिन्न शहरों में बड़ी संख्या में बांग्लादेशी अपना ठिकाना बना चुके हैं। पकड़े गए चारों युवकों ने यह दावा किया है कि तमिलनाडु सरकार द्वारा अवैध तरीके से वहां रह रहे बांग्लादेशियों को राज्य छोड़ने की चेतावनी के बाद वे लोग वापस अपने देश लौट रहे थे। पकड़े गए लोगों की पहचान अलामीन गाजी (25), मोंटो मोल्ला (32), मोहम्मद नासिर शेख (34) व मोहम्मद रोनी मियां (28) है। इनमें अलामीन व मोंटो बांग्लादेश के सतखीरा जबकि नासिर व रोनी मियां गोपालगंज व नारायणगंज जिले का रहने वाला है।
सीमा पार कराने के लिए दलाल को दिए थे हजारों रुपये
बीएसएफ अधिकारी ने बताया कि पूछताछ में चारों युवकों ने यह भी खुलासा किया कि सीमा पार कराने के लिए दलाल ने उनसे हजारों रुपये लिए थे। बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए चारों बांग्लादेशियों को बसीरहाट थाने के हवाले कर दिया है।
सतर्कता के कारण नाकाम हो रही घुसपैठ व तस्करी : बीएसएफ कमांडेंट
इधर, इस सफलता पर बीएसएफ कमांडेंट जवाहर सिंह नेगी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अपने जवानों की पीठ थपथपाई। उन्होंने कहा कि यह उनके जवानों द्वारा ड्यूटी पर दिखाई गई सतर्कता के कारण ही यह संभव हो सका है। उन्होंने आगे कहा कि उनके जवान सीमा पर घुसपैठ और तस्करी जैसे अपराधों को रोकने के लिए 'शून्य तस्करी' के संकल्प को पूरा करने के लिए पूरी तरह से दृढ़ और प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि उनके बटालियन क्षेत्र से आगे भी तस्करी व घुसपैठ की एक भी घटना को सफल नहीं होने दिया जाएगा।