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ट्रक में छिपाकर लाई जा रही 17.71 लाख की फिंगरटिप्स मशीनें जब्त, जानें शरीर पर कैसे करती हैं काम?

सीमा पर स्थित इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट (आइसीपी) पेट्रापोल पर रूटीन वाहन चेकिंग के दौरान एक ट्रक से बड़ी संख्या में फिंगरटिप्स पल्स ऑक्सिमर मशीनों के साथ तस्कर को गिरफ्तार किया है।

By Vijay KumarEdited By: Published: Wed, 29 Jul 2020 09:22 PM (IST)Updated: Wed, 29 Jul 2020 09:45 PM (IST)
ट्रक में छिपाकर लाई जा रही 17.71 लाख की फिंगरटिप्स मशीनें जब्त, जानें शरीर पर कैसे करती हैं काम?
ट्रक में छिपाकर लाई जा रही 17.71 लाख की फिंगरटिप्स मशीनें जब्त, जानें शरीर पर कैसे करती हैं काम?

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट (आइसीपी) पेट्रापोल पर रूटीन वाहन चेकिंग के दौरान एक ट्रक से बड़ी संख्या में फिंगरटिप्स पल्स ऑक्सिमर मशीनों के साथ तस्कर को गिरफ्तार किया है। जब्त फिंगरटिप्स मशीनों की कीमत लगभग 17,71,500 रुपये है। बीएसएफ दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के डीआइजी व प्रवक्ता सुरजीत सिंह गुलेरिया ने बताया कि इन मशीनों का उपयोग शरीर में ऑक्सीजन लेवल चेक करने के लिए किया जाता है। साथ ही पल्स रेट भी यह मशीन बता देती है। यानी अंगुली के ऊपर इस मशीन को लगाने से पता चलता है कि आपके शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा कितनी है।

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उन्होंने कहा कि पहली बार यह मशीनें पकड़ी गई है। बीएसएफ अधिकारी के मुताबिक अभी जैसे कोरोना मरीजों के शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है तो इस मशीन से वे चेक करते हैं। आशंका है कि चीन ने यह मशीनें बांग्लादेश भेजी हो और यहां से भारत में तस्करी के लिए भेजा गया है। इन मशीनों को ट्रक में छिपाकर बांग्लादेश से भारत में तस्करी के लिए लाया जा रहा था। बीएसएफ ने ट्रक को भी जब्त कर लिया है।

वहीं, पकड़ा गया तस्कर ट्रक का ही ड्राइवर है। आइसीपी पेट्रापोल में तैनात 179वीं बटालियन, बीएसएफ के जवानों ने मंगलवार देर रात तलाशी के दौरान इसे जब्त किया। अधिकारियों ने बताया कि 28 जुलाई की रात लगभग 2350 बजे आइसीपी पेट्रापोल के जवानों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय चेकपोस्ट के यात्री गेट के पास नियमित वाहन चेकिंग की जा रही थी। इसी दौरान बांग्लादेश से आने वाले एक ट्रक के ड्राइवर की संदिग्ध हरकत को देखा। बीएसएफ जवानों ने ट्रक को रुकवाकर उसकी पूरी तलाशी ली जिसमें ट्रक के केबिन के अंदर 5 सफेद बैगों में बड़ी संख्या में फिंगरटिप्स पल्स ऑक्सिमर मशीनें पाई गई।

ये मशीनें बांग्लादेश से भारत में बिना कस्टम क्लीयरेंस के चालक द्वारा अवैध रूप से लाया जा रहा था। जवानों ने तुरंत ड्राइवर को हिरासत में ले लिया और ट्रक को भी जब्त कर लिया। गिरफ्तार तस्कर (ट्रक ड्राइवर) का नाम जानी बैद्य (35), गांव- नेताजी नगर, थाना - बनगांव, जिला- उत्तर 24 परगना है। प्रारंभिक पूछताछ में उसने खुलासा किया कि उसे बांग्लादेश में एक व्यक्ति जिसका नाम वापी मंडल है और जो बेनापोल का रहने वाला है, के द्वारा उसी रात में ये वस्तुएं मिलीं। उसने मुझसे कहा कि इन वस्तुओं को भारत में ले जाना है तथा वहां पहुंचने पर सुकुमार नामक व्यक्ति जो जयंतीपुर इलाके का रहने वाला है संपर्क करेगा और इसके लिए 500 रुपये देगा। लेकिन आइसीपी गेट पर ही उसे बीएसएफ जवानों द्वारा पकड़ लिया गया। इधर बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए  पकड़े गए तस्कर को जब्त किए सामानों के साथ पुलिस स्टेशन पेट्रापोल को सौंप दिया है।


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