West Bengal :सीमा पार से लौट रही मालगाड़ी में सफर कर रहे बांग्लादेशी किशोर को बीएसएफ ने पकड़ा
बीएसएफ ने मालगाड़ी की बोगी में छिपकर आ रहे बांग्लादेशी किशोर को पकड़ा तलाशी के दौरान पेट्रापोल स्टेशन से हुई गिरफ्तारी दलाल और रेलवे कर्मचारियों की मिलीभगत की आशंका
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में भारत-बांग्लादेश सीमा पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के गश्ती दल ने पड़ोसी देश से लौट रही एक खाली मालगाड़ी से 12 वर्षीय एक बांग्लादेशी किशोर को पकड़ा है। बीएसएफ अधिकारियों ने सोमवार देर शाम यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि यह मानव तस्करी का मामला लगता है। बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के डीआइजी व वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी सुरजीत सिंह गुलेरिया ने बताया कि उत्तर 24 परगना जिले में पेट्रापोल एकीकृत जांच चौकी के निकट जीरो प्वाइंट पर जब बांग्लादेश से लौटी मालगाड़ी की रविवार शाम बल की 179वीं बटालियन के जवान नियमित जांच कर रहे थे तो खाली बैगन में बैठा किशोर मिला।
यह लड़का बांग्लादेश के बेगरहाट जिले का रहने वाला है और बीएसएफ द्वारा की गई पूछताछ के मुताबिक एक दलाल उसे उसके गांव से सीमापार के बेनापोल लेकर आया था। फिर बेनापोल स्टेशन पर एक अज्ञात महिला ने उसे मालगाड़ी के खाली डिब्बे में बैठा दिया था और उसे बताया कि यह ट्रेन कोलकाता जाएगी।
बीएसएफ अधिकारी ने कहा कि किशोर ने पूछताछ में बताया कि “तस्करों” ने उसे बताया था कि कोलकाता में उसे नौकरी मिल जाएगी। अधिकारी के मुताबिक, लड़के के पास से कोई सामान या मुद्रा नहीं मिला है और ऐसा लगता है कि भारत में काम (बाल श्रम) के उद्देश्य से उसकी तस्करी की गई है। उन्होंने बताया कि मेडिकल परीक्षण के बाद बच्चे को बनगांव रेलवे पुलिस को सौंप दिया गया है। आगे की जांच बांग्लादेशी अधिकारियों के साथ मिलकर की जाएगी। बता दें कि पिछले सप्ताह पेट्रापोल स्टेशन से ही बीएसएफ जवानों ने भारत से बांग्लादेश जा रही एक मालगाड़ी की बोगी में लदे मिर्च की बोरियों के नीचे छिपकर जा रहे तीन बांग्लादेश युवकों को पकड़ा था। बीएसएफ डीआइजी के मुताबिक हमने बांग्लादेश आने- जाने वाली मालगाड़ी की तलाशी की मुहिम जोरों से शुरू कर रखी है क्योंकि ट्रेन में बांग्लादेशी पकड़े जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि हमने मालगाड़ी से पिछले दिनों सामान भी पकड़ा है जब उसमें छिपाकर सामान ले जाया जा रहा था। अधिकारी के अनुसार, इन घटनाओं से बड़ा प्रश्न उठता है और कहीं ना कहीं इसमें दलालों के साथ रेलवे कर्मियों की भूमिका भी संदिग्ध लग रही है, क्योंकि आखिर कैसे ये लोग मालगाड़ी में सफर कर रहे हैं। इससे पहले जो 3 बांग्लादेशी युवक पकड़े गए थे उससे पूछताछ व साक्ष्य के आधार पर बीएसएफ ने मालगाड़ी के ड्राइवर के खिलाफ भी एफआइआर दर्ज कराई थी।