मल्लिका की किडनी नहीं बचा पाई मौमिता की जान!
जागरण संवाददाता, कोलकाता : किडनी प्रत्यारोपण के बाद भी मौमिता चक्रवर्ती की जान नहीं बच पाई।
जागरण संवाददाता, कोलकाता : किडनी प्रत्यारोपण के बाद भी मौमिता चक्रवर्ती की जान नहीं बच पाई। 'ब्रेन डेड' घोषित की गई सिलीगुड़ी की मल्लिका मजुमदार की किडनी गत शनिवार को मौमिता में प्रत्यारोपित की गई थी। ऑपरेशन के बाद उन्हें एसएसकेएम अस्पताल के वेंटीलेशन में रखा गया था, जहां रविवार रात उनकी मौत हो गई। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक ऑपरेशन के बाद से ही मौमिता की हालत बिगड़ने लगी थी। चिकित्सकों ने उसे बचाने की काफी कोशिश की लेकिन नाकाम रहे। मौमिता खड़दह की रहने वाली थी। मल्लिका की दूसरी किडनी सोदपुर के एक युवक में प्रत्यारोपित की गई है। उसकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। गौरतलब है कि मल्लिका काफी समय से कानों के संक्रमण से पीड़ित थी। गत 31 जुलाई को उसे एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां 13 अगस्त को चिकित्सकों ने उसे 'ब्रेन डेड' घोषित कर दिया। उसके बाद उसके परिजनों ने उसकी दोनों किडनी, लीवर समेत विभिन्न अंगों को दान करने का फैसला किया। मल्लिका की त्वचा एसएसकेएम अस्पताल के स्किन बैंक में दान की गई। आंखें महानगर के एक ख्याति प्राप्त अस्पताल को दे दी गई। लीवर महानगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती अजय रमाकांत नायक नामक मरीज को दान किया गया। 45 वर्षीय अजय हैदराबाद के रहने वाले हैं और उन्हें चेन्नई के एक अस्पताल से कोलकाता के अस्पताल में स्थानांतरित किया गया था। मल्लिका की दोनों किडनी एसएसकेएम के नेफ्रोलाजी डिपार्टमेंट को दान की गई। मल्लिका का दिल दिल्ली स्थित एम्स को दान की गई थी, हालांकि उसे समय पर वहां ले नहीं जाया जा सका।