मिल्खा की जगह फरहान की तस्वीर वाली पुस्तक सरकारी स्कूल की नहीं : डेरेक
- अभिनेता की आपत्ति के बाद तृणमूल सांसद ने दी सफाई - कहा, फरहान को मिल्खा बताने वाली पुस्
- अभिनेता की आपत्ति के बाद तृणमूल सांसद ने दी सफाई
- कहा, फरहान को मिल्खा बताने वाली पुस्तक सरकारी स्कूल के सिलेबस का हिस्सा नहीं
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : पश्चिम बंगाल के एक पाठ्य पुस्तक में फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह की जगह अभिनेता फरहान अख्तर की तस्वीर छापे जाने पर अभिनेता द्वारा सवाल उठाने के एक दिन बाद तृणमूल कांग्रेस के सांसद व प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने इस मामले पर सफाई दी है। सोमवार को उन्होंने कहा कि यह पुस्तक ना तो सरकारी स्कूलों के पाठ्यक्रम का हिस्सा है और ना ही उसे राज्य सरकार ने प्रकाशित किया है।
तृणमूल सांसद ने हालाकि अभिनेता फरहान अख्तर को इस बात का आश्वासन दिया कि किताब छापने वाली निजी प्रकाशन कंपनी का पता लगाने का राज्य सरकार प्रयास कर रही हैं।
डेरेक ने ट्वीट कर कहा, 'शुक्रिया फरहान, मिल्खा की गलत तस्वीर छापने की जानकारी देने के लिए। मैंने राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी से इस संबंध में बात की है। उन्होंने बताया कि यह सरकारी स्कूलों की किताब नहीं है। ना ही सरकार ने इसे प्रकाशित किया है।'
आगे उन्होंने कहा, 'निजी प्रकाशन कंपनी का पता लगाया जा रहा है। उन्हें भविष्य के संस्करणों में यह गलती ठीक करनी होगी।' इधर, अभिनेता फरहान ने भी राज्यसभा सासद डेरेक का उनके ट्वीट पर प्रतिक्रिया देने के लिए शुक्रिया अदा किया।
उन्होंने लिखा, 'आपकी प्रतिक्रिया की सराहना करता हूं। आपको ट्वीट में इसलिए टैग किया था क्योंकि आप शिक्षा को गंभीरता से लेते हैं।'
गौरतलब है कि एक किताब में मिल्खा सिंह की जगह फरहान अख्तर की तस्वीर प्रकाशित होने के बाद सोशल मीडिया पर यह वायरल हो गई और इन दिनों यह काफी सुर्खियों में है। इधर, इस बारे में पता चलने पर अभिनेता फरहान ने यह तस्वीर साझा करते हुए रविवार को ट्वीट कर राज्य सरकार से गलती सुधारने का आग्रह किया। उन्होंने तृणमूल सांसद डेरेक का इस ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए उन्हें भी यह तस्वीर टैग की थी।
उल्लेखनीय है कि साल 1958 के राष्ट्रमंडल खेलों में मिल्खा सिंह ने भारत को स्वर्ण पदक दिलाया था। वहीं, 2013 में मिल्खा पर आई बायोपिक 'भाग मिल्खा भाग' में फरहान ने मिल्खा सिंह की भूमिका निभाई थी।