अब नवंबर में भाजपा के होंगे मुकुल
तृणमूल कांग्रेस के पूर्व नेता मुकुल राय के भाजपा में शामिल होने को लेकर समय सीमा फिर बढ़ती दिख रही है। इससे पहले चर्चा थी कि वे 24 अक्टूबर को भाजपा का दामन थाम लेंगे।
कोलकाता, [जागरण संवाददाता]। तृणमूल कांग्रेस के पूर्व नेता मुकुल राय के भाजपा में शामिल होने को लेकर समय सीमा फिर बढ़ती दिख रही है। इससे पहले चर्चा थी कि वे 24 अक्टूबर को भाजपा का दामन थाम लेंगे। लेकिन अब भाजपा के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि राय नवंबर के पहले सप्ताह में भाजपा में शामिल किए जा सकते हैं।
इधर, भाजपा सूत्रों ने बताया कि इस हफ्ते भाजपा के महासचिव और पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय के पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात करने के बाद राय के पार्टी में शामिल होने की घोषणा की जा सकती है। मामले की जानकारी रखने वाले भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि अगर सबकुछ ठीक रहा तो मुकुल राय नवंबर के पहले हफ्ते में पार्टी में शामिल हो सकते हैं। उन्हें कोलकाता या नयी दिल्ली में किसी भी जगह पार्टी में शामिल किया जा सकता है।
हालांकि इस पर राय की प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है। सूत्रों ने बताया कि पिछले हफ्ते तक राय को पार्टी में शामिल करने को लेकर बंटी हुई भाजपा की राज्य इकाई, शीर्ष नेताओं की इच्छा के आगे झुक गई है। यह बात दीगर है कि कहीं न कहीं राय को पार्टी में शामिल कराने को लेकर कैलाश विजयवर्गीय की अहम भूमिका रही है। उन्होंने ही मुकुल की खिलाफत कर रहे प्रदेश इकाई के नेताओं को समझाने का काम किया है। भाजपा नेता ने कहा कि कैलाश जी राज्य भाजपा इकाई में अच्छे आयोजकों की कमी को दूर करने में सदैव ही तत्पर रहते हैं। उन्होंने महसूस किया कि राय को भाजपा में लेने से कहीं न कहीं 2018 के पंचायत चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को लाभ मिलेगा।
उक्त नेता ने यह भी कहा कि मुकुल की संगठनात्मक क्षमता से इन्कार नहीं किया जा सकता। उल्लेखनीय है कि राज्य भाजपा इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष भी मुकुल की संगठनात्मक क्षमता की प्रशंसा की थी और कहा था कि वे एक कुशल नेता हैं। मुकुल का तृणमूल को आगे बढ़ाने में अहम योगदान रहे हैं। राय के भाजपा में शामिल होने के संकेत स्पष्ट हैं इस बात का अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि उन्हें भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा के जन्मदिन पार्टी में 25 अक्टूबर को आमंत्रित किया गया है। बताते चलें कि मुकुल राय ने बीते महीने ही तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था इसके बाद तृणमूल ने उन्हें छह साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया।