Bengal: रामपुरहाट हिंसा पर भाजपा की रिपोर्ट, बंगाल में माफियाराज-कानून व्यवस्था ध्वस्त
दिल्ली से भेजी गई भाजपा की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने नड्डा को सौंपी रिपोर्ट। भाजपा अध्यक्ष को सौंपी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि बंगाल में कानून- व्यवस्था इतनी खराब है कि लोग अपने घर छोड़कर जाने को मजबूर हैं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुहाट हिंसा पर भाजपा की केंद्रीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि बंगाल में माफिया राज है। सरकार के तंत्र में माफिया घुसे हुए हैं और वहां कानून-व्यवस्था भी पूरी तरह ध्वस्त है। दूसरी ओर सीएम ममता बनर्जी ने ममता ने इस को रिपोर्ट सीबीआइ जांच में दखलअंदाजी बताया है।
भाजपा अध्यक्ष को सौंपी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि बंगाल में कानून- व्यवस्था इतनी खराब है कि लोग अपने घर छोड़कर जाने को मजबूर हैं। फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने कहा कि जब वह बंगाल गए तो राज्य का एक भी पुलिस अधिकारी उन्हें रिसीव करने नहीं आया। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा कि रामपुरहाट हत्याकांड राज्य प्रायोजित जबरन वसूली गुंडा टैक्स कटमनी का नतीजा है और इसके अवैध लाभार्थियों के बीच प्रतियोगिता भी है।
भाजपा रिपोर्ट में अनुब्रत मंडल का नाम प्रतिशोतपूर्ण रवैये को दर्शाता हैः ममता
कमेटी ने केंद्र सरकार से इस पूरे मामले में हस्तक्षेप करने की अपील है। कमेटी ने बंगाल में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जरूरी कदम उठाने पर जोर दिया है। उधर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि बीरभूम हिंसा मामले पर भाजपा की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की रिपोर्ट, इस मामले की सीबीआइ जांच में दखलअंदाजी होगी। 21 मार्च को रामपुरहाट के बोगटूई गांव में तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेता भादू शेख की हत्या के बाद हुई हिंसा में 11 लोगों जिंदा जलाया गया जिसमें से अब तक नौ की मौत हो चुकी है जबकि दो जख्मी है। ममता भगवा पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि रिपोर्ट में तृणमूल कांग्रेस के बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुब्रत मंडल के नाम का उल्लेख है, जो स्पष्ट रूप से भाजपा के प्रतिशोधपूर्ण रवैये को दर्शाता है।
ममता ने दार्जिलिंग में कहा को बोगटूई हिंसा पर भाजपा की रिपोर्ट जांच को कमजोर करेगी और इससे तफ्तीश में हस्तेक्षप होगा। मैं भगवा पार्टी के इस रवैये की निंदा करती हूं। उन्होंने कहा कि जांच में किसी भी राजनीतिक दल का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए। उन्होंने मेरी पार्टी के जिला अध्यक्ष के नाम का उल्लेख किया है। यह पक्षपातपूर्ण और प्रतिशोधी रवैया है। जांच पूरी हुए बिना, वे उनका नाम कैसे ले सकते हैं? यह दर्शाता है कि वे उन्हें गिरफ्तार करना चाहते हैं। यह व्यक्तिगत प्रतिशोध है। वे एक साजिश रच रहे हैं।