Politics Civic Election : भाजपा ने राज्य चुनाव आयुक्त को ज्ञापन देकर अविलंब निकाय चुनाव कराने की उठाई मांग
Politics Civic Election भाजपा का आरोप 107 नगरपालिकाओं व निगमों के चुनाव एक वर्ष से हैं लंबित जानबूझकर चुनाव टाल रही सरकार। गौरतलब है कि राज्य सरकार ने अप्रैल-मई में ही निकाय चुनाव कराने की बात कही थी लेकिन कोविड-19 के चलते इसे टाल दिया था।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : प्रदेश भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को राज्य चुनाव आयोग को ज्ञापन देकर राज्यभर में विभिन्न नगरपालिकाओं व नगर निगमों में लंबित चुनावों को अविलंब कराने की मांग की। प्रतिनिधिमंडल में शामिल प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष जयप्रकाश मजूमदार व प्रताप बनर्जी, उत्तर कोलकाता भाजपा जिलाध्यक्ष शिवाजी सिंह राय व दक्षिण कोलकाता भाजपा जिलाध्यक्ष शंकर सिकदर ने राज्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा।
किसी न किसी कारण से चुनाव टाल रही राज्य सरकार
ज्ञापन सौंपने के बाद मजूमदार ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राज्य में 107 नगरपालिकाओं व निगमों के चुनाव लगभग एक वर्ष से ज्यादा समय से लंबित हैं, लेकिन राज्य सरकार किसी न किसी कारण से चुनाव टाल रही है। इन पालिकाओं व निगमों में प्रशासक बैठा दिए गए हैं। पहले प्रशासक प्रशासनिक अधिकारी होता था, लेकिन अब पूर्व मेयर व पूर्व चेयरमैन को ही प्रशासक बना दिया गया है।
भाजपा ने सुप्रीम कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया था
इसके खिलाफ भाजपा ने सुप्रीम कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया था। कोर्ट ने भी लंबित निकायों में अविलंब चुनाव कराने को कहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जानबूझकर चुनाव नहीं कराना चाहती है, क्योंकि वह जानती है कि यदि चुनाव हुए, तो अधिक से अधिक वार्डों में तृणमूल कांग्रेस की हार होगी और भाजपा के उम्मीदवार विजयी होंगे। इस कारण तृणमूल कांग्रेस पिछले दरवाजे से निकायों में शासन करना चाह रही है।
निकाय चुनाव पर फैसला आने वाला समय बताएगा
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने अप्रैल-मई में ही निकाय चुनाव कराने की बात कही थी लेकिन कोविड-19 के चलते इसे टाल दिया गया था। राज्य में अगले साल मार्च-अप्रैल में विधानसभा चुनाव भी होने हैं। उसे पहले निकाय चुनाव को लेकर अब राज्य सरकार क्या फैसला लेती है यह आने वाला समय ही बताएगा।