तृणमूल छोडऩे की झूठी अफवाह भाजपा की साजिश: दिनेश त्रिवेदी
उत्तर 24 परगना जिले के बैरकपुर से तृणमूल सांसद दिनेश त्रिवेदी ने भाजपा में शामिल होने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि इस तरह की झूठी अफवाह भाजपा की ओर से फैलाई जा रही है।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। उत्तर 24 परगना जिले के बैरकपुर से तृणमूल सांसद दिनेश त्रिवेदी ने भाजपा में शामिल होने की अटकलों को खारिज करते हुए सोमवार को कहा कि इस तरह की झूठी अफवाह भाजपा की ओर से फैलाई जा रही है। पूर्व रेल मंत्री ने कहा कि भगवा पार्टी द्वारा साजिश के तहत इस तरह की अफवाहें फैलाई जा रही है, तृणमूल से मेरे इस्तीफे के बारे में अफवाह पुरी तरह से बेबुनियाद है।
भाजपा पर निशाना साधते हुए त्रिवेदी ने यह भी कहा कि वे (भाजपा) गंदी राजनीतिक खेल खेल रहे हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि पश्चिम बंगाल से भाजपा को एक भी लोकसभा सीटें नहीं मिलने वाली है फिर चाहे क्यों न पीएम नरेंद्र मोदी अथवा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ही यहां से चुनाव लड़ें। यहां बता दें कि दो दिन पहले ही युवा तृणमूल कांग्र्रेस अध्यक्ष व डायमंड हार्बर से सांसद अभिषेक बनर्जी ने अमित शाह को बंगाल से चुनाव लड़ जीतने की चुनौती दी थी।
उल्लेखनीय है कि 9 जनवरी को बांकुड़ा के विष्णुपुर से सांसद सौमित्र खां तृणमूल छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे। इनके साथ तृणमूल ने बोलपुर से सांसद अनुपम हाजरा को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया था। हालांकि रविवार को ही हाजरा ने ट्वीटर पर पोस्ट करते हुए कहा कि उनके पास लिखित रूप में पार्टी से निष्कासित किए जाने की कोई संदेश नहीं पहुंची है और उन्हें पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी बेहद स्नेह करती हैं जबकि उनके सांसद भतीजे अभिषेक बनर्जी से मित्रवत संबंध है।
गौर हों कि मीडिया में इस तरह की खबरें आ रही है कि अनुपम हाजरा भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इनके साथ राजनीतिक गलियारे में कुछ और नेताओं के भी तृणमूल छोडऩे के कयास लगाए जा रहे हैं और इसके पीछे कभी ममता के भरोसेमंद सिपहसलार रहे भाजपा नेता मुकुल राय की राजनीतिक गणित को वजह बताया जा रहा है। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री दिनेश त्रिवेदी का स्पष्टीकरण भी इसी की पृष्ठभूमि में है। हालांकि, तृणमूल सूत्रों का कहना है कि 2019 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा की ओर से साजिशन ऐसे अफवाह फैलाए जा रहे हैं।