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West Bengal: भाजपा ने बंगाल में विधायक दल का नेता चुनने के लिए रविशंकर प्रसाद और भूपेंद्र यादव को पर्यवेक्षक बनाया

West Bengal भाजपा संसदीय बोर्ड ने बंगाल में पार्टी के विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक की नियुक्ति की है। केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद और राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव को जिम्मेदारी दी गई है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sun, 09 May 2021 06:03 PM (IST)Updated: Sun, 09 May 2021 06:03 PM (IST)
West Bengal: भाजपा ने बंगाल में विधायक दल का नेता चुनने के लिए रविशंकर प्रसाद और भूपेंद्र यादव को पर्यवेक्षक बनाया
भाजपा ने बंगाल में विधायक दल का नेता चुनने को रविशंकर प्रसाद व भूपेंद्र यादव को पर्यवेक्षक बनाया। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। West Bengal: बंगाल में हाल में संपन्न विधानसभा चुनाव में मुख्य विपक्षी दल के रूप में उभरी भाजपा ने अब अपना विधायक दल का नेता चुनने के लिए दो पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव को पर्यवेक्षक बनाया गया है। पार्टी की ओर से एक बयान में कहा गया है कि भाजपा संसदीय बोर्ड ने बंगाल में पार्टी के विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक की नियुक्ति की है। केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद और राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव को जिम्मेदारी दी गई है। अब ये दोनों केंद्रीय नेता जल्द ही बंगाल का दौरा कर नवनिर्वाचित विधायकों के साथ बैठक कर विधायक दल यानी विधानसभा में प्रतिपक्ष का नेता चुनेंगे।

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इस रेस में कई नामों की चर्चा है, लेकिन इनमें सबसे आगे नंदीग्राम में ममता बनर्जी को हराने वाले कद्दावर नेता सुवेंदु अधिकारी का नाम है। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने वाले वरिष्ठ नेता मुकुल राय भी इस पद के लिए प्रमुख दावेदारों में से एक हैं। इसके अलावा और भी एक-दो नामों की चर्चा है, लेकिन अब सब कुछ केंद्रीय पर्यवेक्षक पर निर्भर करता है कि वह किसे इस पद के लिए चुनते हैं। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने 292 सीट में से 213 सीट जीतीं हैं, जबकि भाजपा को 77 सीटें मिली हैं। वहीं, लेफ्ट व कांग्रेस गठबंधन का पूरी तरह सफाया हो गया। इस गठबंधन में शामिल इंडियन सेकुलर फ्रंट (आइएसएफ) ने एक सीट जीती है। बंगाल के चुनावी इतिहास में यह पहली बार है जब लेफ्ट व कांग्रेस के एक भी विधायक नहीं जीत सके हैं। वहीं, भाजपा उम्मीद के अनुसार बंगाल में भले प्रदर्शन नहीं कर सकी, लेकिन पहली बार मुख्य विपक्षी दल के रूप में उभरी है। पार्टी के लिए यह भी अपने आप में एक बड़ी सफलता है। 


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