राज्य ब्यूरो, कोलकाता। आसनसोल में कंबल वितरण कार्यक्रम के दौरान भगदड़ मामले में भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी को बंगाल पुलिस ने नोएडा से गिरफ्तार किया है। जितेंद्र तिवारी अपनी पत्नी चैताली तिवारी के साथ संभवत: आगरा जा रहे थे। उसी समय पुलिस ने उन्हें नोएडा के यमुना एक्सप्रेसवे से गिरफ्तार किया।
पिछले साल हुआ था हादसा
बता दें कि पिछले साल 14 दिसंबर को आसनसोल के रामकृष्णडांगा इलाके में कंबल बांटने के दौरान मची भगदड़ में तीन लोगों की मौत हो गई थी और कई जख्मी हुए थे। पुलिस ने उस मामले में जितेंद्र तिवारी, उनकी पार्षद पत्नी समेत पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
कंबल वितरण कार्यक्रम में भाजपा नेता व बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी मुख्य अतिथि थे। हालांकि, यह हादसा उनके कार्यक्रम से जाने के बाद हुआ था। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, जितेंद्र तिवारी को गिरफ्तार करने के बाद कोलकाता लाया जा रहा है।
मामले में जारी थी पूछताछ
सूत्रों ने बताया कि चैताली से पूछताछ करने आसनसोल-दुर्गापुर कमिश्नरेट के पुलिसकर्मी जितेंद्र तिवारी के फ्लैट में गए थे। फ्लैट में ताला लगा था। वहां कई बार नोटिस भेजा गया था, लेकिन कोई जवाब नही मिला। उसके बाद यह कार्रवाई की गई है।
बता दें कि पिछले साल 22 दिसंबर को भगदड़ मामले में चैताली की याचिका पर कलकत्ता हाई कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी गई थी और उन्हें घटना की जांच में सहयोग करने को कहा था। इस साल फरवरी में हाई कोर्ट ने पुलिस को चैताली से पूछताछ की अनुमति दी थी, जिसके बाद जितेंद्र व चैताली ने अग्रिम जमानत के लिए आवेदन किया था, लेकिन उसे खारिज कर दिया गया था।

जितेंद्र तिवारी ने खोर्ट का दरवाजा खटखटाया
जितेंद्र ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। इसी बीच उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। आसनसोल-दुर्गापुर कमिश्नरेट और आसनसोल उत्तर थाने की पुलिस ने संयुक्त रूप से अभियान चलाकर यह गिरफ्तारी की है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि बदले की राजनीति हो रही है। यह गिरफ्तारी योग्य मामला नहीं है।