भाजपा नेता अनुपम हाजरा ने टीएमसी नेता अनुब्रत मंडल के इलाज का ब्योरा मांगा, दायर किया आरटीआइ
बंगाल में भाजपा के वरिष्ठ नेता और पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अनुपम हाजरा ने अब एक आरटीआइ आवेदन दायर कर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के बाहुबली नेता और पार्टी के बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुब्रत मंडल के इलाज का ब्योरा मांगा है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में भाजपा के वरिष्ठ नेता और पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अनुपम हाजरा ने अब एक आरटीआइ आवेदन दायर कर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के बाहुबली नेता और पार्टी के बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुब्रत मंडल के इलाज का ब्योरा मांगा है। यह आरटीआइ आवेदन उन्होंने मंगलवार को दायर की है, जब उसी दिन मंडल केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) के एक समन के बावजूद पेश नहीं हुए। बंगाल में चुनाव के बाद की हिंसा से संबंधित एक मामले में पूछताछ के लिए उन्हें पेश होना था, लेकिन उन्होंने एक बार फिर राज्य द्वारा संचालित एसएसकेएम मेडिकल कालेज और अस्पताल से मिले एक चिकित्सकीय नुस्खे का हवाला देकर पेश नहीं हुए।
पूर्व लोकसभा सदस्य हाजरा ने आरटीआइ आवेदन में उल्लेख किया कि अपूर्ण उपचार के कारण मंडल नियमित रूप से बंगाल में मवेशियों, कोयले की तस्करी और चुनाव के बाद हिंसा के दोहरे मामलों से संबंधित सीबीआइ पूछताछ के लिए हाजिर होने में असमर्थ हैं। याद रहे कि हाजरा ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत तृणमूल कांग्रेस के साथ की थी और उन्हें मंडल ने ही राजनीति में शामिल किया था। हाजरा 2014 में बीरभूम जिले के बोलपुर सीट से तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा के लिए चुने गए थे। हालांकि, बाद में वह भाजपा में शामिल हो गए, जिसने उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय सचिव बना दिया। हालांकि भाजपा के टिकट पर वह जादवपुर से 2019 का लोकसभा चुनाव हार गए थे।
आरटीआइ आवेदन में हाजरा ने कुछ विशिष्ट प्रश्न पूछे हैं, जैसे कि क्या मंडल उचित चिकित्सा उपचार प्रक्रिया से गुजर रहा है। हाजरा ने यह भी सवाल किया है कि इलाज प्रक्रिया अधूरी रहने के बावजूद मंडल को बार-बार अस्पताल से क्यों छोड़ा जा रहा है। हाजरा ने बाद में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि उन्हें इस बात पर संदेह है कि क्या मंडल को उचित उपचार से वंचित कर उन्हें मारने की साजिश रची जा रही है। बता दें कि इससे पहले मवेशी तस्करी कांड में सीबीआइ द्वारा छह बार नोटिस भेजे जाने के बावजूद मंडल हाजिर नहीं हुए थे। हर बार वे कथित रूप से बीमारी का बहाना बनाकर बचते रहे हैं। पिछले सप्ताह हालांकि वे सीबीआइ के समक्ष हाजिर हुए थे और उनसे लंबी पूछताछ की गई थी। सीबीआइ ने उन्हें मंगलवार व बुधवार को फिर पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वे हाजिर नहीं हुए हैं।