BJP in West Bengal: सुकांत-सुवेंदु को केंद्रीय नेतृत्व की सलाह- आपसी सहयोग से राज्य में मिलेगी संगठन को मजबूती
बंगाल भाजपा के कई नेता बागी तेवर अख्तियार किए हुए हैं। इनमें लोकसभा सांसद लाकेट चटर्जी से लेकर राज्यसभा सदस्या रूपा गांगुली तक शामिल हैं। वरिष्ठ नेता तथागत राय (Tathagata Ray) भी मौजूदा बंगाल नेतृत्व से बेहद नाराज हैं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में अगले साल होने वाले पंचायत चुनाव ( Bengal Panchayat Chunav) व 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने राज्य इकाई को अपने आपसी मतभेद को दूर करने का सख्त निर्देश दिया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक केंद्रीय गृहमंत्री व भाजपा के दिग्गज नेता अमित शाह (Amit Shah) और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजुमदार व बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) को कहा है कि सूबे के पार्टी नेताओं में जो अंतर्द्वंद चल रहा है, उसे जल्द से जल्द खत्म करने की कोशिश करें। पार्टी में आपसी सहयोग की भावना होनी बहुत जरूरी है, तभी राज्य में संगठन को और मजबूत किया जा सकेगा।
वरिष्ठ नेता तथागत राय भी हैं नाराज
गौरतलब है कि बंगाल भाजपा के कई नेता बागी तेवर अख्तियार किए हुए हैं। इनमें लोकसभा सांसद लाकेट चटर्जी से लेकर राज्यसभा सदस्या रूपा गांगुली तक शामिल हैं। वरिष्ठ नेता तथागत राय (Tathagata Ray) भी मौजूदा बंगाल नेतृत्व से बेहद नाराज हैं और लगातार निशाना साध रहे हैं। उन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा के उम्मीदवारों के चयन पर भी उंगली उठाई थी।
भाजपा में शामिल होने वाले नेता कर चुके हैं घर वापसी
बाबुल सुप्रियो पहले ही पार्टी व सांसद पद छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में जा चुके हैं। जयप्रकाश मजुमदार ने भी तृणमूल का झंडा थाम लिया है। विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल हुए बहुत से नेता भी अपनी पुरानी पार्टी में लौट चुके हैं।
इनमें राजीब बनर्जी, सब्यसाची दत्ता से लेकर सांसद अर्जुन सिंह तक शामिल हैं। घर वापसी की शुरुआत मुकुल राय से हुई थी, जिसके बाद तांता लगना शुरू हो गया और इसी के साथ बंगाल भाजपा के नेताओं में आपसी मतभेद भी पैदा हो गया, जो बढ़ता जा रहा है। केंद्रीय नेतृत्व इसे लेकर खासा चिंतित है और इसे खत्म करना चाहता है।