भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय बोले-बंगाल को 'सोनार बांग्ला’ बनाने में प्रवासी बंगालियों की मदद लेगी भाजपा
पहल भाजपा अब बंगाल के विकास एवं भविष्य की योजनाओं और राज्य को ‘सोनार बांग्ला’ बनाने में प्रवासी बंगालियों की भी मदद लेगी। भाजपा के महासचिव व प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर दी जानकारी।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : भाजपा अब बंगाल के विकास एवं भविष्य की योजनाओं और राज्य को ‘सोनार बांग्ला’ बनाने में प्रवासी बंगालियों की भी मदद लेगी। भाजपा के महासचिव व प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने सोमवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।
बंगाल की विभूतियों ने देश-विदेश में नाम रोशन किया
उन्होंने कहा कि बंगाल की विभूतियों ने देश एवं विदेश में न केवल बंगाल वरन पूरे देश का नाम ऊंचा किया है। अभी भी विश्व के विभिन्न देशों में बड़ी संख्या में प्रवासी बंगाली रहते हैं। वे बंगाल की वर्तमान स्थिति को लेकर चिंतित हैं।
बंगाल की पूरे देश में तूती बोलती थी, अब राजनीतिकरण
बंगाल में कोई उद्योग नहीं है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं है। शिक्षा का स्तर दिनों-दिन खराब हो गया है। कभी बंगाल की पूरे देश में तूती बोलती थी, लेकिन अब शिक्षा का राजनीतिकरण हो गया है और राजनीति का अपराधीकरण हो गया है।
प्रवासी बंगाली समुदाय बंगाल को सहयोग देने का आकांक्षी
उन्होंने कहा कि प्रवासी बंगाली समुदाय बंगाल की वर्तमान स्थिति से उबारने में सहयोग देने के लिए आकांक्षी है। भाजपा भी बंगाल के विकास में इनका सहयोग लेगी और विकास की योजनाएं बना रही है।
अगले 25 वर्षों में बंगाल कैसा होगा, बनाई जाएगी योजना
प्रवासी बंगालियों में कुछ शिक्षाविद् हैं, तो कुछ उद्योग से जुड़े हैं। इनसे भाजपा मागदर्शन लेगी। नयी शिक्षा नीति एवं औद्योगिक नीति बनाने तथा अगले 25 वर्षों में बंगाल कैसा होगा, इसको लेकर योजनाएं बनायेगी।
बंगाल की वर्तमान एवं भविष्य की योजना पर हुआ वेबिनार
भाजपा के महासचिव व प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी ने बताया कि बंगाल की वर्तमान स्थिति एवं भविष्य की योजनाओं को लेकर गत दिनों कोलकाता में एक वेबिनार का आयोजन किया गया था। इस वेबिनार में 10 देशों के 40 प्रवासी बंगालियों के साथ उन्होंने भी हिस्सा लिया।
बंगाल में भविष्य में प्रवासी लोगों की भूमिका पर आयोजित
श्री विजयवर्गीय ने ट्वीट कर बताया कि यह वेबिनार बंगाल में भविष्य में प्रवासी लोगों की भूमिका पर ‘बांग्ला अबार वेबसाइट’ की संस्थापक कंचन बनर्जी द्वारा आयोजित किया गया था। उन्होंने कहा कि बंगाल शुरू से ही प्रतिभाओं से भरा हुआ राज्य रहा है।