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Bhabanipur by elections: भाजपा प्रत्याशी प्रियंका टिबड़ेवाल ने भरा नामांकन पत्र, ममता बनर्जी से होगा मुकाबला

Bhawanipur by elections प्रियंका ने विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी व अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ अलीपुर स्थित सर्वे बिल्डिंग पहुंची और वहां नामांकन पत्र दाखिल किया। इस अवसर पर पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी और भाजपा नेता रूद्रनील घोष भी उपस्थित थे।

By Priti JhaEdited By: Published: Mon, 13 Sep 2021 01:43 PM (IST)Updated: Mon, 13 Sep 2021 06:02 PM (IST)
Bhabanipur by elections: भाजपा प्रत्याशी प्रियंका टिबड़ेवाल ने भरा नामांकन पत्र, ममता बनर्जी से होगा मुकाबला
भवानीपुर उपचुनाव के लिए सोमवार को नामांकन पत्र दाखिल करतीं भाजपा प्रत्याशी प्रियंका टिबड़ेवाल।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। Bhabanipur by elections: बंगाल की हाई प्रोफाइल भवानीपुर विधानसभा सीट पर 30 सितंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए भाजपा प्रत्याशी प्रियंका टिबड़ेवाल ने सोमवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। यहां उनका मुकाबला राज्य की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की उम्मीदवार ममता बनर्जी से है।ममता ने शुक्रवार को ही नामांकन दाखिल किया था। प्रियंका ने अलीपुर स्थित सर्वे बिल्डिंग में नामांकन दाखिल किया। इस दौरान उनके साथ विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी और भाजपा सांसद अर्जुन सिंह समेत पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे।

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प्रियंका ने नामांकन के पहले यहां एक मंदिर में पूजा की। प्रियंका पेशे से वकील भी हैं। वहीं, इस सीट से माकपा उम्मीदवार श्रीजीब विश्वास ने भी इस दिन नामाकंन दाखिल किया जबकि कांग्रेस उपचुनाव में हिस्सा नहीं ले रही है।इधर, नामांकन के बाद प्रियंका ने कहा- यह अन्याय के खिलाफ लड़ाई है। बंगाल के लोगों के लिए यह न्याय की लड़ाई है। मैं भवानीपुर के लोगों से कहना चाहूंगी कि उन्हें एक बड़ा मौका मिला है, उन्हें आगे आकर इतिहास बनाना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि इस साल मार्च-अप्रैल में हुए विधानसभा चुनाव में भवानीपुर विधानसभा सीट जीतने वाले तृणमूल कांग्रेस के शोवनदेब चट्टोपाध्याय ने ममता बनर्जी को इस सीट से चुनाव लड़वाने के लिए इस्तीफा दे दिया था, जिससे निर्वाचन आयोग को उपचुनाव की घोषणा करनी पड़ी। ममता नंदीग्राम से भाजपा के सुवेंदु अधिकारी से चुनाव हार गई थीं और उन्हें मुख्यमंत्री पद बरकरार रखने के लिए पांच नवंबर तक निर्वाचित होना होगा।

कौन हैं प्रियंका टिबड़ेवाल

बता दें कि पेशे से वकील प्रियंका टिबड़ेवाल 2014 में भाजपा में शामिल हुईं थीं। प्रियंका बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसा पीड़ितों का मुकदमा लड़ रही हैं। इस साल मार्च-अप्रैल में राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में भी उन्हें भाजपा ने कोलकाता की इंटाली से मैदान में उतारा गया था, लेकिन तृणमूल उम्मीदवार स्वर्णकमल साहा से लगभग 56,000 वोटों के बड़े अंतर से हार गई थीं।

भाजपा के लिए कठिन है लड़ाई, ‘दीदी’ के पास हैं वोट लूटने वाले गुंडे : सुवेंदु

इधर, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने प्रियंका के नामांकन को दौरान एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि भवानीपुर चुनाव भाजपा के लिए कठिन है क्योंकि दीदी (ममता बनर्जी) के पास वोट लूटने के लिए गुंडा हैं। मैंने नंदीग्राम से ममता बनर्जी को हराया था और इस बार भी अगर मतदान शांतिपूर्ण रहा तो प्रियंका टिबड़ेवाल भी ऐसा करेंगी। ममता की हार होगी।


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