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सार्वजनिक वितरण प्रणाली में गड़बड़ी को लेकर भाजपा ने की सीबीआइ जांच की मांग, तृणमूल का पलटवार

पश्चिम बंगाल में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) में भारी गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए भाजपा ने सीबीआइ जांच की मांग की है।

By Vijay KumarEdited By: Published: Tue, 21 Apr 2020 07:23 PM (IST)Updated: Tue, 21 Apr 2020 07:23 PM (IST)
सार्वजनिक वितरण प्रणाली में गड़बड़ी को लेकर भाजपा ने की सीबीआइ जांच की मांग, तृणमूल का पलटवार
सार्वजनिक वितरण प्रणाली में गड़बड़ी को लेकर भाजपा ने की सीबीआइ जांच की मांग, तृणमूल का पलटवार

राज्य ब्यूरो, कोलकाताः पश्चिम बंगाल में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) में भारी गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए भाजपा ने सीबीआइ जांच की मांग की है। भाजपा ने दावा किया है कि राज्य के गरीब लोगों का एक हिस्से को खाद्यान्न नहीं मिल रहा है और भूख मरने की स्थिति पैदा हो रही हैं। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने मांग की कि राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक अपने कर्तव्यों में पूरी तरह से विफल रहे हैं और उन्हें तुरंत पद से हटाया जाना चाहिए। केंद्र सरकार द्वारा राशन उपलब्ध कराने के बावजूद राज्य इसे गरीबों तक नहीं पहुंचा रही है। राज्य में पीडीएस घोटाला चल रहा है। गरीब लोग वंचित हो रहे हैं। हम इस घोटाले की सीबीआइ जांच चाहते हैं। सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री को इस मामले में सीबीआइ जांच का आदेश देना चाहिए ताकि सच्चाई सामने आए।

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खाद्यमंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक ने कहा कि यह आरोप बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित है। हम राज्य के 7.5 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त राशन प्रदान कर रहे हैं। यदि उनके पास राशन लेने वालों के नाम हैं, तो उन्हें उन नामों को प्रकाशित करें, हम इस पर गौर करेंगे। राजनीतिक स्वार्थ के लिए आरोप लगाना संकट के इस समय में उचित नहीं है। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी सोमवार को पीडीएस पर चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक पत्र लिखा था। उन्होंने कहा कि राज्य में पीडीएस की स्थिति चिंताजनक स्तर पर पहुंच गई है। पिछले हफ्ते भाजपा सांसद जॉन बार्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पीडीएस में गड़बड़ी का आरोप लगाया था।


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