बीएसएफ की बड़ी कार्रवाई, आइसीपी पेट्रापोल पर औचक जांच में 82 ट्रक ड्राइवरों के पास से मिले फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस
इतनी बड़ी संख्या में फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस की जब्ती से आइसीपी-पेट्रापोल में निर्यात व्यापार में भी व्यवधानइसी क्रम में बीएसएफ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए निर्यात और आयात के मालों की आवाजाही की आड़ में विभिन्न सामानों की तस्करी में शामिल ट्रक ड्राइवरों के काले कारनामे को उजागर किया है।
राजीव कुमार झा, कोलकाता। बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित एशिया के सबसे बड़े इंटीग्रेटेड चेकपोस्ट (आइसीपी) पेट्रापोल के जरिए हाल के दिनों में तस्करी गतिविधियों में वृद्धि के कारण सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने अपनी निगरानी और सतर्कता तंत्रों को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। इसी क्रम में बीएसएफ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए निर्यात और आयात के मालों की आवाजाही की आड़ में विभिन्न सामानों की तस्करी में शामिल ट्रक ड्राइवरों के काले कारनामे को उजागर किया है। आइसीपी पेट्रापोल पर औचक जांच में बीएसएफ ने बीते दो दिनों के दौरान 82 ट्रक ड्राइवरों के पास से फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस जब्त किए हैं। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि कुछ दिनों से, ऐसे विश्वस्त इनपुट थे कि कुछ ड्राइवर जोकि भारत और बांग्लादेश के बीच आयात- निर्यात के माल को लेकर आवाजाही करते हैं, वो इसकी आड़ में सोने, चांदी, प्रतिबंधित फेंसिडिल कफ सिरप, ड्रग्स आदि की तस्करी जैसे सीमा पार अपराधों में शामिल हैं। नतीजतन, 16 जनवरी, रविवार को बीएसएफ ने आइसीपी- पेट्रापोल के माध्यम से सड़क मार्ग से निर्यात और आयात में लगे ड्राइवरों के ड्राइविंग लाइसेंस की प्रामाणिकता की औचक जांच की।इस दौरान बीएसएफ को बड़ी संख्या में ड्राइवरों के पास से फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस मिले। इसके बाद ऐसे 52 ड्राइविंग लाइसेंस बीएसएफ ने जब्त कर लिए। 17 जनवरी, सोमवार को फिर से औचक जांच में 30 और ट्रक ड्राइवर के पास से फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस मिले।
दक्षिण बंगाल फ्रंटियर बीएसएफ के डीआइजी व प्रवक्ता सुरजीत सिंह गुलेरिया ने बताया कि तदनुसार, बीएसएफ ने सीमा शुल्क विभाग (कस्टम) को दो दिनों में जब्त किए गए कुल 82 फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस सौंपे हैं।इधर, इतनी बड़ी संख्या में ट्रक ड्राइवरों के पास से फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस जब्त होने के बाद आइसीपी- पेट्रापोल से आयात- निर्यात व्यापार में भी व्यवधान उत्पन्न हो गया है। बताते चलें कि इसी चेकपोस्ट के जरिए भारत और बांग्लादेश के बीच सबसे ज्यादा व्यापार होता है। साथ ही लोगों की आवाजाही होती है।
फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस वाले ड्राइवर को बांग्लादेश जाने की किसी कीमत पर नहीं देंगे अनुमति : बीएसएफ
वहीं, बीएसएफ अधिकारी ने बताया कि भारतीय सीमा शुल्क और लैंड पोर्ट अथारिटी आफ इंडिया के संबंधित अधिकारियों को सूचित किया गया है कि बीएसएफ उन ट्रकों को बांग्लादेश जाने की अनुमति नहीं दे सकती है जिनके ड्राइवरों के पास से फर्जी लाइसेंस पाए गए हैं।बीएसएफ ने साफ शब्दों में कहा कि फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस वाले ड्राइवर को किसी भी कीमत पर बांग्लादेश जाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है क्योंकि ऐसे ड्राइवर ड्राइविंग लाइसेंस के आधार पर सीमा शुल्क विभाग से नकली पास प्राप्त करते हैं, जिस पर बीएसएफ ट्रकों को बांग्लादेश के अंदर जाने की अनुमति देता है। भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापार को सुचारू रूप से चलाने के लिए, बीएसएफ ने बनगांव ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन को स्थायी संचालन प्रक्रिया का पालन करने के लिए सूचित किया है ताकि राष्ट्रों की सुरक्षा और हितों से समझौता न हो।
इस कारण बीएसएफ ने आइसीपी पर बढ़ाई है सुरक्षा
अधिकारी ने बताया कि बीएसएफ आइसीपी-पेट्रापोल में सभी अवैध गतिविधियों की जांच के लिए काफी सावधानी बरत रही है। हाल ही में बीते चार जनवरी को, एक ट्रांसपोर्टर से 1,44,22,356 रुपये (एक करोड़ 44 लाख) का तस्करी का सोना जब्त किया गया था, जब वह आइसीपी पेट्रापोल में बीएसएफ के सुरक्षा घेरे से बाइक पर भागने की कोशिश कर रहा था। बाद में पता चला कि यह सोना बांग्लादेश से आयात करने वाले ट्रक के अंदर छिपाकर बांग्लादेश से तस्करी कर लाया गया था।
इसी तरह की जब्ती 19 जुलाई, 2021 को भी की गई थी, जब बांग्लादेश से आने वाले एक भारतीय ड्राइवर के पास से बीएसएफ ने 1,71,80,420 (एक करोड़ 71 लाख) रुपये का सोना जब्त किया था। एक अन्य घटना में, 21 अगस्त 2021 को निर्यात माल उतारने के बाद बांग्लादेश से लौट रहे एक खाली भारतीय ट्रक से 1,68,38,500 रुपये की विदेशी मुद्रा (सऊदी रियाल) भी जब्त की गई थी।
नियमित रूप से आइसीपी पेट्रापोल से बीएसएफ जब्त कर रही है तस्करी का माल
एक खुफिया सूचना पर कार्रवाई करते हुए, बीएसएफ के जवानों ने इस आइसीपी पर नौ जनवरी को एक भारतीय ट्रक से 50 किलोग्राम गांजा भी जब्त किया था। इसके अलावा, नियमित आधार पर, आइसीपी पेट्रापोल में तैनात बीएसएफ के जवानों द्वारा नशीले पदार्थों सहित अवैध वस्तुओं की जब्ती की जाती हैं। बीएसएफ अधिकारी का कहना है कि इन सभी अवैध गतिविधियों में भारतीय ट्रांसपोर्टरों, मजदूरों, ड्राइवरों, हेल्परों और विभिन्न एजेंटों/ सहायक एजेंटों आदि की भूमिका रहती है।
ट्रक से कुचलकर बीएसएफ जवान की भी जा चुकी है जान
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि कई बार फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस वाले वाहन चालक सड़क दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते हैं। यहां तक कि अक्टूबर, 2021 में एक ट्रक चालक द्वारा कुचल दिए जाने पर बीएसएफ ने अपने एक जवान की जान भी गंवा दी थी। इसलिए, यह आवश्यक है कि बीएसएफ ड्राइविंग लाइसेंस की वैधता की नियमित रूप से जांच करें, ताकि फर्जी लाइसेंस की आड़ में इस तरह की अवैध गतिविधियों में शामिल लोगों पर पूरी तरह शिकंजा कसा जा सके।