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भवानीपुर उपचुनाव : प्रचार के आखिरी दिन दिलीप घोष पर हमला, बोले - मेरी हत्या की साजिश थी

हमले के बाद दिलीप घोष ने राज्य सरकार को घेरते हुए अपने प्रचार अभियान में भी कटौती कर दी। उन्होंने कहा कि जब जन प्रतिनिधि पर भवानीपुर में हमले हो सकते हैं तो फिर वहां आम नागरिक कैसे सुरक्षित रह सकता है?

By Priti JhaEdited By: Published: Mon, 27 Sep 2021 03:25 PM (IST)Updated: Mon, 27 Sep 2021 04:06 PM (IST)
भवानीपुर उपचुनाव : प्रचार के आखिरी दिन दिलीप घोष पर हमला, बोले - मेरी हत्या की साजिश थी
वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष पर हमला

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल की हाई प्रोफाइल भवानीपुर विधानसभा सीट पर 30 सितंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए प्रचार के आखिरी दिन सोमवार को जमकर बवाल हुआ। भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ताओं पर हमले के आरोप लगाए हैं। प्रदेश भाजपा ने दावा किया कि भवानीपुर में प्रचार के दौरान उनके वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष पर हमला हुआ। एक वीडियो फुटेज भी सामने आई है जिसमें दिलीप घोष के सुरक्षाकर्मी पिस्टल दिखाकर कथित हमलावर भीड़ को भगा रहे हैं।

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हमले के बाद दिलीप घोष ने राज्य सरकार को घेरते हुए अपने प्रचार अभियान में भी कटौती कर दी। उन्होंने कहा कि जब जन प्रतिनिधि पर भवानीपुर में हमले हो सकते हैं तो फिर वहां आम नागरिक कैसे सुरक्षित रह सकता है? दिलीप घोष ने आगे दावा किया, भवानीपुर में आज मुझे टीएमसू के गुंडों ने मारने की कोशिश की।

भाजपा सांसद दिलीप घोष ने कहा कि लड़ाई तगड़ी है। तृणमूल कांग्रेस डरी हुई है इसलिए वह हाथापाई कर रही है। दिलीप घोष ने कहा कि तृणमूल के लोग भाजपा का जमानत जब्त होना बता रहे थे। आज ममता बनर्जी का पूरा मंत्रिमंडल भवानीपुर में लगा है। मंत्री सड़क पर डेरा जमाए हैं। उन्होंने कहा कि हम लड़ने वाले लोग हैं। हम डोर टू डोर लोगों तक पहुंच रहे हैं। अत्याचार, हिंसा और तानाशाह के खिलाफ भाजपा वोट मांग रही है।

दिलीप ने तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उन्होंने बंगाल की इमेज आतंकवाद की बना दी है। यह छवि हो गई है कि यहां कटमनी, सिंडीकेट चलता है। भ्रष्टाचर चरम पर है। लोग यहां एक बार आने के बाद फिर से आने पर डरते हैं। बीजेपी के आइटी सेल के इंचार्ज अमित मालवीय ने कहा कि भवानीपुर में भाजपा की व्यापक पहुंच ने तृणमूल को बेचैन कर दिया है। नेताओं को प्रचार करने से रोकने की कोशिश की जा रही है। लेकिन वे कितने लोगों को रोक पाएंगे? भाजपा के नेता क्षेत्र के कोने-कोने में फैले हुए हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि जनता बड़ी संख्या में भाजपा को समर्थन के लिए तैयार है।

वहीं, विधानसभा में विपक्ष के नेता वह नंदीग्राम से भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने भी हमले को लेकर मुख्यमंत्री व भवानीपुर से तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार ममता बनर्जी को घेरते हुए सवाल किया है कि ये हिंसा का सिलसिला आखिर कब रुकेगा? अधिकारी ने कहा कि मैंने टीएमसी इसी हिंसा की वजह से छोड़ी थी। उन्होंने कहा कि जितना रक्तपात टीएमसी करेगी, लोग उतना ही ज्यादा वोट डालने आएंगे। मुझे पूरा भरोसा है कि लोग वोट डालेंगे, लोग अब नहीं डरते। नंदीग्राम के बाद भवानीपुर से भी ममता बनर्जी की हार होगी। 

जानकारी हो कि बंगाल में उपचुनाव हो रहे हैं। यहां की भवानीपुर हाटसीट है, क्योंकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का यहां आवास है और चुनाव भी लड़ रही हैं। भाजपा और तृणमूल के बीच कांटे की टक्कर है। ऐसे में दोनों पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच प्रचार के अंतिम दिन झड़प हो गई। सोमवार को प्रचार के आखिरी दिन भाजपा और तृणमूल के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई। हालांकि दोनों ही पार्टी के कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे पर हमले के आरोप लगाए।


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