बंगाल में 'स्वास्थ्य साथी' कार्डधारकों को नहीं मिल पाता इलाज, यह महज छलावा : भारती घोष
भाजपा के कृषि सुरक्षा सभा को संबोधित करते हुए भारती घोष ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस आयुष्मान भारत योजना को लागू न करके इसकी सुविधा से लोगों को वंचित रखा है। जब कि राज्य सरकार की स्वास्थ्य साथी योजना का लोगों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। पश्चिम मेदिनीपुर जिले के पिंगला में शुक्रवार को भाजपा के कृषि सुरक्षा सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश भाजपा की उपाध्यक्ष व पूर्व आइपीएस अधिकारी भारती घोष ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने राज्य में केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना को लागू न करके इसकी सुविधा से लोगों को वंचित रखा है। उन्होंने कहा कि वहीं इन दिनों राज्य सरकार की ओर से स्वास्थ्य साथी योजना का खूब प्रचार किया जा रहा है।
चुनाव के पहले लोगों को इसके जरिये लुभाने की कोशिश हो रही है, जबकि स्वास्थ्य साथी योजना राज्य में पहले से है। घोष ने कहा कि जिनके पास स्वास्थ्य साथी कार्ड हैं, उन्हें अस्पतालों में चिकित्सा नहीं मिल रही, क्योंकि सरकार अस्पतालों को रुपये मुहैया नहीं करा रही है। यह महज एक छलावा है। घोष ने कहा, कृषि कानून से किसानों को अपनी उपज बेचने की स्वतंत्रता मिलेगी, वह जहां अधिक दाम मिलेगा, वहां बेच सकेंगे। इससे किसान और गरीब नहीं रहेगा, किसानों के बच्चों को बाहर जाकर काम नहीं करना पड़ेगा।
ममता बनर्जी पर कटाक्ष
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कटाक्ष करते हुए घोष ने कहा, अपने परिवार के एक सदस्य को ऊंचे पद पर पहुंचाने के लिए वह (ममता बनर्जी) तृणमूल कांग्रेस को खत्म कर दे रही हैं। तृणमूल कांग्रेस जो डूबता हुआ जहाज थी, अब पूरी तरह डूब चुकी है। इसी कारण ममता बनर्जी अपना आपा खो बैठती हैं, अनाप-शनाप बोलने लग रही हैं। उन्होंने आगे कहा कि महिला मुख्यमंत्री के राज में राज्य में महिलाएं असुरक्षित हैं। आये दिन उनके साथ दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं। शिक्षित युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही। शिक्षक नौकरी के लिए सड़क पर धरना दे रहे हैं।
राज्य में स्थिति बदलने के लिए, युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए और लोगों को अपना अधिकार प्राप्त करने के लिए 2021 में भाजपा की सरकार को चुनना होगा। बताते चलें कि बंगाल सरकार ने महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य साथी योजना का लाभ 1 दिसंबर, 2020 से राज्य के सभी नागरिकों को देने की घोषणा की है। राज्य सरकार का दावा है कि इसके तहत पांच लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिलेगा और लोग किसी भी सरकारी या निजी अस्पतालों में मुफ्त में इलाज करा सकेंगे। स्वास्थ साथी योजना का लाभ के लिए पंजीकरण का काम भी एक दिसंबर से शुरु कर दिया गया है। इसके तहत एक कार्ड मुहैया कराया जाएगा।