Bengal post poll Violence: केएमसी के 20 समन्वयकों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने के लिए हाईकोर्ट में अपील
चुनाव बाद हिंसा के मामलों में एक अधिवक्ता ने कोलकाता नगर निगम के 20 समन्वयकों ( पूर्व पार्षदों) के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने के लिए कलकत्ता हाईकोर्ट में अपील की है। अपील में कहा गया है कि यह सभी समन्वयक दुष्कर्म की घटनाओं में शामिल हैं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : चुनाव बाद हिंसा के मामलों में एक अधिवक्ता ने कोलकाता नगर निगम के 20 समन्वयकों ( पूर्व पार्षदों) के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने के लिए कलकत्ता हाईकोर्ट में अपील की है। अपील में कहा गया है कि यह सभी समन्वयक दुष्कर्म की घटनाओं में शामिल हैं। याचिकाकर्ता ने आवेदन किया है कि अदालत समन्वयकों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने का आदेश दे। सीबीआइ गहराई से मामले की जांच करे।
याचिकाकर्ता ने दावा किया कि समय की कमी के कारण राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की विशेष टीम ने सभी आरोपों पर सुनवाई नहीं की। स्थानीय पुलिस ने अभी तक आरोपों को स्वीकार नहीं किया है। पुलिस दुष्कर्म की घटनाओं को छिटपुट छेड़खानी की घटनाएं बता रही है। याचिकाकर्ता ने कलकत्ता हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को नया मामला दर्ज करने के लिए आदेश देने का आवेदन किया है। नए मामले को एनएचआरसी के मूल मामले में जोड़ने की अपील की गई है।
याचिकाकर्ता का कहना है कि कोलकाता नगर निगम के 20 पूर्व पार्षद दुष्कर्म की घटनाओं को बेबुनियाद साबित करना चाहते हैं। वादी ने आरोप लगाया कि कोलकाता में स्थिति बहुत विकट है। गौरतलब है कि उच्च न्यायालय ने 19 अगस्त को सीबीआइ को चुनाव बाद हिंसा के मामलों में महिलाओं के खिलाफ हत्या, दुष्कर्म और अन्य गंभीर अपराधों के आरोपों की जांच करने का निर्देश दिया था। बाकी मामलों को बड़ी बेंच ने स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) को सौंपी थी। अंतरिम जांच रिपोर्ट पांच सप्ताह के भीतर केंद्रीय जांच एजेंसी और एसआइटी को सौंपना होगा।