बंगाल पुलिस ने एक और फर्जी सीबीआइ अफसर को पकड़ा, नौकरी देने के नाम पर लगाया 40 लाख का चूना
बंगाल पुलिस ने एक और फर्जी सीबीआइ अफसर को गिरफ्तार किया है। उसपर सीबीआइ में नौकरी दिलाने के नाम पर एक अधिवक्ता से 40 लाख रुपये ठगने का आरोप है। उसका नाम कृषाणु मंडल है। बरानगर थाने की पुलिस ने उसे नोआपाड़ा से गिरफ्तार किया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल पुलिस ने एक और फर्जी सीबीआइ अफसर को गिरफ्तार किया है। उसपर सीबीआइ में नौकरी दिलाने के नाम पर एक अधिवक्ता से 40 लाख रुपये ठगने का आरोप है। उसका नाम कृषाणु मंडल है। बरानगर थाने की पुलिस ने उसे नोआपाड़ा से गिरफ्तार किया। पीड़ित कृष्ण मंडल सियालदह स्थित बैंकशॉल कोर्ट में अधिवक्ता हैं। काम के सिलसिले में उनका परिचय कृषाणु से हुआ था।
कथित तौर पर कृषाणु ने उन्हें सीबीआइ अफसर के रूप में नौकरी की पेशकश की थी। आरोप है कि उसने नौकरी दिलाने के नाम पर कृष्ण मंडल से 40 लाख रुपये लिए थे। कृष्ण मंडल की पत्नी भी अधिवक्ता हैं। रुपये के भुगतान के कुछ दिनों बाद अधिवक्ता दंपती को अहसास हुआ कि उनके साथ धोखा हुआ है। जब उनलोगों ने तफ्तीश की तो पता चला कि कृषाणु फर्जी सीबीआइ अधिकारी है। इसके बाद कृष्ण मंडल ने थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पल पुलिस ने कृषाणु मंडल को नोआपाड़ा से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस का कहना है कि हाल के वर्षों में धोखाधड़ी की घटनाओं में इजाफा हुआ है। इससे पहले सीबीआइ के एक और फर्जी अधिकारी का मामला सामने आया था। सीबीआइअधिकारी बनकर कसबा से एक कारोबारी का अपहरण किया गया था। उस मामले की फिलहाल सीआइडी जांच कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जब से राज्य में चिटफंड मामलों की जांच शुरू हुई है, तब से जालसाजों ने ईडी और सीबीआइ अधिकारियों के नाम से अपना जाल फैलाना शुरू किया है। ईडी-सीबीआइ इन मामलों की जांच में ज्यादा सक्रिय हो गई है।
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अब मंत्री के नाम पर हुई जालसाजी, नकली हस्ताक्षर कर किया गया नौकरी का आवेदन
बंगाल में जालसाजी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे। अब बंगाल की राज्य मंत्री सबीना यास्मीन के लेटर पैड का इस्तेमाल कर फर्जी नौकरी के आवेदन का मामला सामने आया है। इस बाबत मंत्री ने खुद मालदा थाने में शिकायत दर्ज कराई है। राज्य की सिंचाई एवं विकास राज्य मंत्री सबीना यास्मीन के लेटर पैड का इस्तेमाल मालदा में जन स्वास्थ्य तकनीकी विभाग की नौकरी के लिए आवेदन किया गया है। इस घटना से जिले में हड़कंप मच गया है। गौरतलब है कि बंगाल में जगह-जगह फर्जी अधिकारी, फर्जी टीके, फर्जी दस्तावेज के मामले सामने आ रहे हैं।
मंत्री के लेटर पैड इस्तेमाल कर लिखा गया है कि सुब्रत घोष, पिता दिलीप घोष, थाना कालियाचक, मेरा खास परिचित है और करीबी है। वह अलीनगर ग्राम पंचायत निवासी है। वह एक बेरोजगार और गरीब परिवार का बेटा है। मैं अनुरोध कर रही हूं कि आपके कार्यालय में सुरक्षा गार्ड, ऑपरेटर या किसी संयंत्र के काम पर उसके लिए विचार करें। लेटर पैड के नीचे सबीना यास्मीन के हस्ताक्षर और मुहर हैं। सबीना यास्मीन ने कहा कि उन्होंने ऐसा कोई पत्र नहीं दिया है क्योंकि इस तरह के मामले की कभी भी पार्टी से मंजूरी नहीं दी जाती है। उनके फर्जी दस्तखत का इस्तेमाल किया गया है।