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Bengal News:अदालत अवमानना में राज्य पुलिस के तीन उच्च पदस्थ अधिकारियों को हाई कोर्ट ने किया शोकाज

न्यायाधीश सब्यसाची भट्टाचार्य ने कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना करने के लिए राज्य के पुलिस महानिदेशक झाड़ग्राम के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस(शोकाज) जारी किया है। अधिकारियों को 30 जुलाई तक कारण नोटिस का जवाब देना होगा।

By Vijay KumarEdited By: Published: Thu, 30 Jun 2022 10:27 PM (IST)Updated: Thu, 30 Jun 2022 10:27 PM (IST)
Bengal News:अदालत अवमानना में राज्य पुलिस के तीन उच्च पदस्थ अधिकारियों को हाई कोर्ट ने किया शोकाज
नेता प्रतिपक्ष को नेताई जाने से रोकने के मामले में हाई कोर्ट ने जारी किया नोटिस

राज्य ब्यूरो, कोलकाताः राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ अदालत की अवमानना के आरोप लगे हैं। इसके बाद न्यायाधीश सब्यसाची भट्टाचार्य ने कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना करने के लिए राज्य के पुलिस महानिदेशक, झाड़ग्राम के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस(शोकाज) जारी किया है।

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तीन वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को 30 जुलाई तक कारण नोटिस का जवाब देना होगा। साथ ही तीनों को ही कोर्ट में हाजिर होना पड़ेगा। कलकत्ता हाई कोर्ट ने गुरुवार को यह रूल जारी किया है। पिछले साल एक मामले की सुनवाई के दौरान राज्य के महाधिवक्ता ने हाई कोर्ट को बताया था कि नेता प्रतिपक्ष और भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी राज्य में कहीं भी जा सकते हैं। राज्य की ओर से उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।

इसे लेकर हाई कोर्ट की ओर से राज्य सरकार को निर्देश भी दिया गया था। हालांकि, सुवेंदु अधिकारी को इस साल सात जनवरी को नेताई में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई थी। पुलिस ने सुरक्षा कारणों की जांच का हवाला देते हुए उन्हें अन्य समय आने के लिए कहा था। आरोप है कि इसे लेकर हाई कोर्ट में केस किया गया था। आरोप है कि राज्य पुलिस के डीजी, झाड़ग्राम के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक विश्वजीत घोष, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) कल्याण सरकार के निर्देश पर नेता प्रतिपक्ष को रोका गया था।

इस मामले में जस्टिस सब्यसाची भट्टाचार्य ने तीन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कोर्ट की अवमानना का रूल जारी किया है। उन्हें 30 जुलाई तक शोकाज का जवाब देना होगा। बताते चलें कि सात जनवरी को नेताई में फायरिंग के मारे गए कार्यकर्ता की यादि में एक तरफ सुवेंदु तो दूसरी ओर तृणमूल शहीद दिवस के रूप में मनाता है। अधिकारी हर वर्ष वहां जाते है। इस बार भी वे गए थे लेकिन वहां तृणमूल कार्यक्रम चल रहा था। इसलिए सुरक्षा कारणों से उन्हें दूसरी बार आने के लिए कहा गया। पुलिस ने कथित तौर पर उनका रास्ता रोक दिया। इसे लेकर अब पुलिस अधिकारियों को शोकाज किया गया है।


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