लोग अपने मताधिकार की कीमत जान देकर चुका रहे है, हिंसा प्रभावित इलाकों का खुद दौरा करूंगा: बंगाल राज्यपाल
ममता बनर्जी सरकार के मंत्रियों को शपथ दिलाने के कुछ क्षणों बाद ही बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राज्य में चुनाव बाद हिंसा से उपजी स्थिति पर चिंता जताते हुए सोमवार को कहा कि वह प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : ममता बनर्जी सरकार के मंत्रियों को शपथ दिलाने के कुछ क्षणों बाद ही बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राज्य में चुनाव बाद हिंसा से उपजी स्थिति पर चिंता जताते हुए सोमवार को कहा कि वह प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे। धनखड़ ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह भी कहा कि लोगों को अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने की कीमत अपनी जान से चुकानी पड़ रही है।उन्होंने रेखांकित किया, “चुनाव बाद हिंसा से उपजी स्थिति चिंताजनक है। मैं राज्य के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करूंगा।”
राज्यपाल ने कहा कि राज्य प्रशासन ने प्रभावित इलाकों का दौरा करने से पहले जरूरी व्यवस्था करने के उनके आग्रह पर अब तक जवाब नहीं दिया है। धनखड़ ने कहा, “अगर आपका वोट आपकी जान जाने या संपत्ति के नष्ट होने का कारण बनता है, अगर यह आगज़नी का कारण बनता है तो फिर लोकतंत्र के खत्म होने का संकेत मिलता है।” विधानसभा चुनाव के दो मई को नतीजों के ऐलान के बाद बंगाल के कई हिस्सों से संघर्ष की खबरें मिली हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल में कहा है कि चुनाव बाद हिंसा में कम से कम 16 लोगों की मौत हुई है।
ममता सरकार के पास मरने वालों का कोई आंकड़ा नहीं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने ममता सरकार को कोरोना की वैक्सीन को लेकर राजनीति नहीं करने को कहा है। सोमवार को कोलकाता के हेस्टिंग्स इलाके में स्थित भाजपा कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन के दौरान जब दिलीप घोष से यह कहा गया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आरोप लगा रही हैं कि उन्होंने केंद्र सरकार से तीन करोड़ वैक्सीन की मांग की थी जबकि महज एक लाख वैक्सीन मिली है, तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बंगाल में ठीक तरीके से वैक्सीन भेज रही है। वैक्सीन आने के बावजूद लोगों को नहीं मिल पा रही है। लोगों को यह भी नहीं पता कि मिलेगी भी या नहीं। वे सुबह से शाम तक वैक्सीन के लिए लाइन लगा रहे हैं। ममता सरकार को जो वैक्सीन मिल गई है, पहले उसी से टीकाकरण कराए। कोरोना की चपेट में आकर बंगाल में कितने लोग मारे गए हैं, इसका भी कोई हिसाब नहीं है। ममता सरकार को वैक्सीन को लेकर राजनीति नहीं करनी चाहिए।