Bengal Chunav 2021: कोलकाता पोर्ट-सीट पर तृणमूल के दबदबे को चुनौती देना आसान नहीं, TMC के फिरहाद हकीम मैदान में
West Bengal Assembly Election 2021 कोलकाता पोर्ट-सीट पर मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका में है। 2016 में टीएमसी के मंत्री फिरहाद हकीम को इस सीट पर बड़ी जीत मिली थी। इस बार भी तृणमूल कांग्रेस ने फिरहाद हकीम को ही मैदान में उतारा है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। कोलकाता पोर्ट बंगाल की महत्वपूर्ण विधानसभाओं में से एक है। दक्षिण कोलकाता के अंतर्गत इस सीट पर इस बार के विधानसभा चुनाव में भी तृणमूल के दबदबे को चुनौती देना आसान नहीं है। दरअसल इस सीट पर मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका में हैं। साल 2016 के विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के मौजूदा मंत्री फिरहाद हकीम ने यहां से बड़ी जीत हासिल की थी। दूसरे नंबर पर कांग्रेस तथा तीसरे नंबर पर भाजपा रही। इस बार भी तृणमूल कांग्रेस ने फिरहाद हकीम को ही मैदान में उतारा है। लेकिन लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा के शानदार प्रदर्शन के बाद अब यहां पर वह टीएमसी की सबसे निकटतम प्रतिद्वंदी दिखाई दे रही है। इसके बावजूद तृणमूल के दबदबे को चुनौती देना भाजपा के लिए आसान नहीं होगा।
साल 2016 के विधानसभा चुनाव में फिरहाद हकीम ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस उम्मीदवार राकेश सिंह को 26 हजार 548 मतों के भारी अंतर से करारी शिकस्त दी थी। इस सीट पर तीसरे स्थान पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अवध किशोर गुप्ता रहे। जिन्हें 11700 वोट मिले थे। वहीं नोटा पर भी यहां के निवासियों ने दिलखोल कर वोट किया और चौथे स्थान पर नोटा रहा।
भाजपा मुख्य प्रतिद्वंद्वी के रूप में उभरी
-साल 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा का यहां पर दूर-दूर तक नाम-ओ-निशान नहीं था, लेकिन लोकसभा चुनाव 2019 में राज्य में भाजपा के शानदार प्रदर्शन के बाद अब यहां पर भाजपा टीएमसी की सबसे निकटतम प्रतिद्वंदी दिखाई दे रही है। इस बार भी भाजपा ने अवध किशोर गुप्ता को ही मैदान में उतारा है। संयुक्त मोर्चे की तरफ से इस बार कांग्रेस के उम्मीदवार मोहम्मद मुख्तार मैदान में हैं। बता दें कि इस विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिमों की आबादी 50 फीसद ज्यादा है। यहां मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका में रहते हैं। 26 अप्रैल को इस सीट पर मतदान होना है। कोलकाता पोर्ट विधानसभा सीट कोलकाता दक्षिण के अंतर्गत आती है। इस संसदीय क्षेत्र से तृणमूल की माला रॉय सांसद हैं। उन्होंने भाजपा के चंद्र कुमार बोस को 1,55,192 से हराया था।