बंगाल भाजपा अध्यक्ष ने राज्य के पुलिस विभाग को ‘पार्टी-सेवक’ ना बनने की चेतावनी दी
दिलीप घोष ने राज्य के पुलिस विभाग को ‘पार्टी-सेवक’ ना बनने की चेतावनी दी और कहा कि उनका वेतन जनता की ओर से दिये गये करों से भुगतान किया जाता है। कहा-भाजपा 2021 में सत्ता में आयेगी तो ऐसे पुलिस अधिकारियों को पहाड़ों या जंगलों में स्थानांतरित किया जायेगा।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष दिलीप घोष ने गुरुवार को राज्य के पुलिस विभाग को ‘पार्टी-सेवक’ ना बनने की चेतावनी दी और कहा कि उनका वेतन जनता की ओर से दिये गये करों से भुगतान किया जाता है। श्री घोष ने यहां कंजुघाट इलाके में ‘चाय पे चर्चा’ के दौरान राज्य के पुलिस विभाग को यह चेतावनी दी।
उन्होंने तृणमूल कांग्रेस का नाम लिए बगैर कहा कि अगर वे (पुलिस) किसी पार्टी विशेष के पक्ष में हैं तो उन्हें सजा के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा 2021 में सत्ता में आयेगी तो ऐसे पुलिस अधिकारियों को पहाड़ों या जंगलों में स्थानांतरित किया जायेगा, जहां वे अपने परिवार वालों से मिल पाने में असमर्थ होंगे। उन्होंने राज्य सरकार की भी कड़ी आलोचना की। श्री घोष ने अपने सहयोगियों समेत आज सुबह यहां ऐतिहासिक बैरक स्कवेयर के समीप चहलकदमी की और सुबह की सैर करने वाले लोगों से चर्चा की। उन्होंने विभिन्न क्लबों के खिलाड़ियों और खेलप्रेमियों से भी बातचीत की।बाद में वह कृषनगर होते हुए कोलकाता लौट गये।
राजनीतिक आतंकवाद पर उतर आई है तृणमूलः -बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में हुए हमले को लेकर गुरुवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस राजनीतिक आतंकवाद पर उतर आई है। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि मुर्शिदाबाद जिला के कांदी और पुरंदरपुर में तृणमूल के गुंडों ने मुझे काले झंडे दिखाए और मेरी गाड़ी पर लाठी और ईंटों से हमले किए। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मृतप्राय, निराश और हताश तृणमूल कांग्रेस आखिरकार ‘राजनीतिक आतंकवाद’पर उतर आई है। दिलीप घोष ट्वीट को रीट्वीट करते हुए भाजपा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी तृणमूल, बंगाल सरकार और जिले की पुलिस को निशाने पर लिया।