Bengal Assembly Elections 2021: केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा- क्षेत्रवाद नहीं जनता को विकास की राजनीति चाहिए
West Bengal Election 2021 शेखावत ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने एक लक्ष्य व दृढ़ संकल्प लिया कि एक नया भारत बनाना है। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कई कल्याणकारी योजनाएं बनीं जिसे पूरी पारदर्शिता के साथ 100 फीसदी धरातल पर उतारा गया।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि हिंदुस्तान में क्षेत्रवाद सबसे बड़ी चुनौती बनकर उभरा है। क्षेत्रीय पार्टियों ने क्षेत्रवाद को बढ़ावा देकर देश की अखंडता के लिए नई चुनौती पैदा करने का काम किया। इन पार्टियों ने क्षेत्रवाद को यहीं खत्म नहीं किया, बल्कि उसे और निचले स्तर पर ले गए। अब बंगाल में यह हो रहा है कि पूर्वोत्तर बंगाल के लोगों को बंगाल नहीं आने देंगे और बंगाल के लोगों को पूर्वोत्तर बंगाल नहीं जाने देंगे।
दक्षिण 24 परगना जिले के बारूईपुर पश्चिम विधानसभा, जादवपुर निर्वाचन क्षेत्र में टाउन मंडल में बौद्धिक संगोष्ठी में शेखावत ने कहा कि महाराष्ट्र में जब चुनाव थे तो शिवसेना ने छोटे-छोटे कारोबारियों पर अत्याचार किया। उन्हें मारा-पीटा और महाराष्ट्र से पलायन करने पर मजबूर किया। तब यह कहा गया कि जो मराठी नहीं बोलेगा, उसे महाराष्ट्र में रहने का अधिकार नहीं है। उस समय मैंने एक लेख लिखा था, जिसमें क्षेत्रवाद की चुनौतियों से निपटने और भारत के सौहार्द की बात थी। इस चुनौती का सबसे पहला समाधान तो यह है कि भारत में भी अमेरिका की तरह दो पार्टी हों, जिससे क्षेत्रवाद पर लगाम लगाया जा सकता है। एक ऐसा नेता हो, जो पूरे देश को एक सूत्र में बांधे। तब कुछ लोगों ने मेरे इस लेख का उपहास उड़ाया था और कहा था कि यह नामुमकिन है, लेकिन नामुमकिन को मुमकिन देश की जनता ने 2014 में उस समय बना दिया, जब भाजपा को प्रचंड बहुमत देकर नरेंद्र मोदी को देश का प्रधानमंत्री चुना। शेखावत ने कहा कि जब नए भारत का इतिहास लिखा जाएगा तो निश्चित रूप से 2014 के चुनाव में हुए इस परिवर्तन को स्वर्णिम दिन के रूप में दर्ज किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आजादी के लिए संघर्ष कर रहे 35 करोड़ आबादी ने उस समय कल्पना की थी कि भारत को सभी सुविधाओं से संपन्न करेंगे। आजादी के सिपाहियों ने यह ठाना था कि जिन संसाधनों का भारत असल में हकदार है, उस गौरव और गरिमा को वापस लौटाएंगे, लेकिन दुर्भाग्य से लोकतंत्र की स्थापना के बाद में ऐसे लोगों के हाथों में देश की सत्ता बनी रही, जो जन्म से तो भारतीय थे, लेकिन उनकी विचारधारा भारतीयता नहीं थी। ऐसे लोगों के हाथ में सत्ता जाने से भारत हर मोर्चे पर कमजोर होता चला गया।
मोदी के नेतृत्व में कई कल्याणकारी योजनाएं को पूरी पारदर्शिता के साथ धरातल पर उतारा गया
शेखावत ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने एक लक्ष्य व दृढ़ संकल्प लिया कि एक नया भारत बनाना है। गरीब, पीड़ित, शोषित, वंचित, किसान, खेत, खलिहान, टूटे-फूटे कच्चे रास्तों और मकानों की स्थिति में व्यापक बदलाव लाना है। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कई कल्याणकारी योजनाएं बनीं, जिसे पूरी पारदर्शिता के साथ 100 फीसदी धरातल पर उतारा गया।
शेखावत ने कहा कि देश में सबसे ज्यादा अगर किसी को गर्व होना चाहिए था तो वह बंगाल के लोगों को होना चाहिए था। यहां की मां, बहन और बेटियों को होना चाहिए था, लेकिन ममता दीदी ने बंगाल की आवाज को दबाने का काम किया है। आज नित-प्रतिदिन अवसर मिलता है कि हम गर्व कर सके कि हम भारतीय हैं, क्योंकि भारत का पूरी दुनिया में सम्मान बढ़ा है। आज विदेश में रहने वाले भारतीय गर्व से कहते हैं कि वे भारतीय हैं, वे ये नहीं कहते हैं कि वे मराठी या बंगाली। हमें क्षेत्रवाद और जातिवाद में न पड़कर संपूर्ण भारत के विकास के लिए हर क्षेत्र में अपना योगदान देना चाहिए, ऐसा संकल्प सभी को लेना चाहिए।