Move to Jagran APP

भिखारियों के मामले में बंगाल अव्वल

जेएनएन, कोलकाता : भिखारी व आश्रयहीनों की तालिका में पश्चिम बंगाल का नाम देश में शीर्ष पर है। यह

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Mar 2018 02:58 AM (IST)Updated: Thu, 22 Mar 2018 02:58 AM (IST)
भिखारियों के मामले में बंगाल अव्वल
भिखारियों के मामले में बंगाल अव्वल

जेएनएन, कोलकाता : भिखारी व आश्रयहीनों की तालिका में पश्चिम बंगाल का नाम देश में शीर्ष पर है। यह जानकारी केंद्रीय मंत्री थावरचांद गहलोत ने दी। पूरे देश में चार लाख से ज्यादा भिखारी हैं, जिनमें से अकेले 81 हजार पश्चिम बंगाल में हैं। लक्षद्वीप में मात्र दो हजार आश्रयहीन हैं। भारत में भिखारियों की कुल संख्या 4 लाख 13 हजार 670 है, जिनमें 2 लाख 21 हजार 673 पुरुष और 1 लाख 91 हजार 997 महिलाएं शामिल हैं। गहलोत ने लोकसभा में इसकी जानकारी लिखित रूप से दी है। वर्ष 2011 के आंकड़ों के अनुसार भिखारी व आश्रयहीनों की तालिका में उत्तर प्रदेश द्वितीय व आंध्र प्रदेश तृतीय स्थान पर है। केंद्रशासित अंचलों में भिखारियों की संख्या न के बराबर है। सरकारी तथ्य के अनुसार लक्षद्वीप में 2, दादरा व नगर हवेली में 19, दमन व दीव में 22, अंडमान व निकोबार में 56 भिखारी व आश्रयहीन हैं जबकि दिल्ली में भिखारियों की संख्या 2 हजार 187 है।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.