Sourav Ganguly Health Update: बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली को करना होगा अपनी बेहद पसंदीदा बिरियानी का त्याग
जगजाहिर है दादा का बिरियानी प्रेम डाक्टरों ने बहुत ज्यादा तेल-मसाला वाली चीजें खाने से सख्त तौर पर किया है मना। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान व मौजूदा बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली का बिरियानी प्रेम जगजाहिर है फिलहाल दादा को अपने इस बेहद पसंदीदा लजीज पकवान का त्याग करना पड़ेगा।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान व मौजूदा बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली का बिरियानी प्रेम जगजाहिर है लेकिन फिलहाल दादा को अपने इस बेहद पसंदीदा लजीज पकवान का त्याग करना पड़ेगा। सौरव को अब स्वास्थ्य संबंधी बहुत से नियमों का पालन करना होगा, जिनमें खानपान मुख्य रूप से शामिल है। डॉक्टरों ने उन्हें समय पर घर में पका हल्का भोजन करने की सलाह दी है। फिलहाल दूध वाली चाय पीने से भी मना किया गया है। बहुत ज्यादा तेल-मसाला वाली चीजें खाने पर सख्त मनाही है। ऐसे में सौरव को कुछ समय तक बिरियानी से पूरी तरह दूर रहना पड़ सकता है। सौरव बिरियानी छककर खाते आए हैं।
पारिवारिक सूत्रों से चला है कि सौरव के खान-पान का पूरा जिम्मा अब पत्नी डोना गांगुली संभालेंगी। डोना ने सौरव से कहा है कि अब उन्हें अपनी सेहत पर खास तौर पर ध्यान देना होगा। सौरव को अगले कुछ दिनों तक पूरी तरह आराम करने को कहा गया है। सौरव को अगले कुछ हफ्तों या महीनों में एक और एंजियोप्लास्टी से गुजरना है, तब तक डॉक्टर उनके खानपान में किसी तरह की अनियमितता नहीं चाहते। ऐसा नहीं है कि सौरव आगे बिरियानी खा ही नहीं पाएंगे हालांकि पहले वे जिस तरह हफ्ते में कई मर्तबा खाते थे, उस तरह नहीं खा पाएंगे और उन्हें इसकी मात्रा भी सीमित करनी पड़ेगी।
दिल का दौरा पड़ने के बाद सौरव खुद भी अपने स्वास्थ्य को लेकर काफी सतर्क हो गए हैं और डॉक्टरों के सभी दिशानिर्देशों का अक्षरश: पालन कर रहे हैं। डॉक्टरों ने उन्हें काम का दबाव लेने से भी मना किया है क्योंकि इसका सीधे तौर पर दिल पर असर पड़ता है। सौरव अगले कुछ समय तक बीसीसीआइ के कामकाज से खुद को दूर रखेंगे, हालांकि घर से जरूरी निर्देश देते रहेंगे। टीवी विज्ञापनों को लेकर उनकी जो प्रतिबद्धताएं हैं, उन्हें भी फिलहाल स्थगित करने का फैसला किया है।
गौरतलब है कि सौरव को गत शनिवार को दिल का दौरा पड़ने के बाद अस्पताल भर्ती कराया गया था और उसी दिन उनकी एंजियोप्लास्टी भी हुई थी। उनके हृदय की तीन धमनियों में अवरोध पाया गया था, जिसे हटाने के लिए एक स्टेंट लगाया गया था। सौरव के दिल में दो अन्य कोरोनरी ब्लॉकेज अर्थात एलएडी और ओएम2 को एंजियोप्लास्टी द्वारा क्लियर किया गया है।