बादुड़िया के बाद बसीरहाट अशांत, रूपा गांगुली समेत और कुछ भाजपा नेता गिरफ्तार
बादुड़िया में पिछले दिनों हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद अब जिले का बसीरहाट अशांत हो गया है। यहां से भी छिटपुट हिंसा तथा झड़प की खबरें आ रही हैं।
कोलकाता, [जागरण संवाददाता] उत्तर 24 परगना के बादुड़िया में पिछले दिनों हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद अब जिले का बसीरहाट अशांत हो गया है। यहां से भी छिटपुट हिंसा तथा झड़प की खबरें आ रही हैं। शांति बहाली के लिए बड़ी संख्या में पुलिस तथा अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है।
पुलिस ने आज माकपा, कांग्रेस तथा भाजपा के प्रतिनिधि दल को दंगा ग्रस्त इलाकों में जाने से रोक दिया। पुलिस का कहना है इससे इलाकों की शांति व्यवस्था बाधित होगी। इस दौरान पुलिस ने लॉकेट चटर्जी, रूपा गांगुली समेत और कुछ भाजपा नेताओं को गिरफ्तार किय है। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री ने भी राजनीतिक दलों से दंगाग्रस्त इलाकों में नहीं जाने के लिए निवेदन किया है।
बशीरहाट में हिंसा जारी, अब पुलिस पर हमला
उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट में गुरुवार को भी दिनभर तनाव भरे माहौल के बाद शाम को फिर नए सिरे से हिंसा फैल गई थी हालांकि इस बार निशाने पर पुलिस रही। बशीरहाट में पिछले दिनों हुए हिंसक वारदात में जख्मी एक व्यक्ति की गुरुवार सुबह आर जी कर अस्पताल में मौत के बाद यह हिंसा थमने पर भी तनाव बरकरार है। वहां दुकान-बाजार बंद रहे। सड़कों पर इक्का-दुक्का वाहन दिखे। पुलिस व केंद्रीय बल के जवान दिनभर विभिन्न इलाकों में गश्त लगाते नजर आए।
हिंसक वारदातें थमने पर भी प्रशासन ने एहतियात के तौर पर विभिन्न इलाकों में धारा 144 जारी एवं इंटरनेट सेवाएं बंद रखने का निर्णय किया है। गृह विभाग की तरफ से कहा गया है कि हालात पूरी तरह नियंत्रण में है। खबर है कि केंद्र सरकार की तरफ से हिंसा प्रभावित इलाकों के लिए भेजी जा रही केंद्रीय बल की तीन कंपनियों को राज्य प्रशासन ने हालात काबू में होने का हवाला देकर लेने से इन्कार कर दिया है। इन सबके बीच स्थानीय लोग अभी भी डरे-सहमे हैं और घरों से निकलने में कतरा रहे हैं।
दूसरी तरफ सांप्रदायिक हिंसा में जख्मी हुए एक व्यक्ति की गुरुवार सुबह कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में मौत के बाद वहां जमकर हंगामा मचा। खबर पाकर भाजपा के बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय एवं प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष जब अस्पताल पहुंचे तो उनकी गाड़ी को तृणमूल समर्थकों ने घेर लिया और उनके खिलाफ नारेबाजी की। भाजपा नेत्री लॉकेट चटर्जी के साथ भी धक्का-मुक्की की गई। इस दौरान भाजपा समर्थकों की वहां मौजूद पुलिसकर्मियों से तीखी बहस हुई।
दिलीप घोष ने दावा किया कि मृतक कार्तिक घोष (45) बशीरहाट में पार्टी का वार्ड अध्यक्ष था। उसकी मौत की खबर पाकर वे अस्पताल पहुंचे थे लेकिन उन्हें घुसने नहीं दिया गया। मृतक के बेटे को भी सत्तारूढ़ दल के लोग उठाकर अपने साथ ले गए हैं। वे इस मामले की केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से शिकायत करेंगे। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि बंगाल में प्रशासन पूरी तरह से विफल है।
इन सब घटनाक्रमों के बीच भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने हिंसा प्रभावित बशीरहाट में अपना एक प्रतिनिधिदल भेजने का फैसला किया है। सांसदों के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिदल में मीनाक्षी लेखी, ओम माथुर और सत्यपाल सिंह शामिल होंगे। बंगाल से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष प्रतिनिधिदल को को-आर्डिनेट करेंगे। प्रतिनिधिदल अपनी रिपोर्ट पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को सौंपेगा। गौरतलब है कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व बशीरहाट की स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है और राज्य नेतृत्व से रिपोर्ट ले रहा है।
बुधवार देर रात हुई थी बमबाजी
बशीरहाट के मयनाखोला इलाके के त्रिमोहिनी में बुधवार देर रात तनाव फैल गया था। वहां जमकर बमबाजी हुई थी। पुलिस ने पहुंचकर हालात को नियंत्रित किया था।
आग से खेलना बंद करें मुख्यमंत्री : चंद्र बोस
भाजपा नेता चंद्र कुमार बोस ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आग से खेलना बंद करें। वे सांप्रदायिक राजनीति बंद करे और कानून व्यवस्था बनाए रखें क्योंकि यह उनकी जिम्मेदारी है। बोस ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री अलग ही दुनिया में वास कर रही हैं। बंगाल में क्या हो रहा है, ये उनके अलावा पूरे देश के लोगों को दिख रहा है।
मुख्यमंत्री के पूर्ण समर्थन से एक समुदाय विशेष के लोग हिंदुओं पर हमला करने का प्रयास कर रहे हैं। मैं राज्य सरकार से अनुरोध करता हूं कि इस तरह की राजनीति बंद करे और सबके लिए एक समान कानून हो।
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