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बीएसएफ ने भारत में घुसपैठ करते बांग्लादेशी महिला को पकड़ा, भारतीय आधार, वोटर व पैन कार्ड भी मिला

बीएसएफ ने भारत में घुसपैठ करते बांग्लादेशी महिला को पकड़ा बांग्लादेशी महिला के पास से भारतीय आधार वोटर व पैन कार्ड भी मिला

By Preeti jhaEdited By: Published: Fri, 21 Aug 2020 09:47 AM (IST)Updated: Fri, 21 Aug 2020 12:35 PM (IST)
बीएसएफ ने भारत में घुसपैठ करते बांग्लादेशी महिला को पकड़ा, भारतीय आधार, वोटर व पैन कार्ड भी मिला
बीएसएफ ने भारत में घुसपैठ करते बांग्लादेशी महिला को पकड़ा, भारतीय आधार, वोटर व पैन कार्ड भी मिला

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने बंगाल के नदिया जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एक बार फिर घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम करते हुए एक बांग्लादेशी महिला को पकड़ा है। मानव तस्करी में शामिल दलालों की मदद से महिला अवैध रूप से भारत में प्रवेश की कोशिश कर रही थी।

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नादिया के हज़राखाल सीमा चौकी इलाके में तैनात आठवीं बटालियन के जवानों ने महिला को पकड़ लिया। हैरान करने वाली बात यह है कि बांग्लादेशी महिला के पास से भारतीय आधार कार्ड, वोटर कार्ड व पैन कार्ड भी मिले हैं। पूछताछ में महिला ने अपना नाम खालिदा शेख (40) बताया। वह बांग्लादेश के यशोर जिले की रहने वाली है।

20 साल से मुंबई में रह रही थी महिला, हर साल बांग्लादेश करती थी आना-जाना

महिला ने खुलासा किया कि वह अपने पति रिजवान रफीउल्लाह शेख के साथ मुंबई में पिछले 20 वर्षों से रह रही हैं। उसका पति पेशे से हॉकर है और वह मुंबई में घर की नौकरानी के रूप में काम करती है। उसने कहा कि वह मुंबई में महाराजा चॉल, दूसरी मंजिल, कमरा नंबर- 45, बीपी मार्ग, खेतवाली, मुंबई (एमएच) में रह रही है। वह हर साल कम से कम एक बार अवैध रूप से बांग्लादेश में अपने पैतृक गांव का दौरा करती रही हैं। इस बार वह मुंबई से जनवरी, 2020 में आकर उत्तर 24 परगना के पेट्रापोल के पास जयंतीपुर सीमा इलाके से होते हुए अवैध रूप से बांग्लादेश में प्रवेश कर गईं।

सीमा पार कराने के लिए उसने 6,000 रुपये दो भारतीय मानव तस्करों अनूप और इस्माइल को भी दिए हैं, जो सीमावर्ती गांव जयंतीपुर का ही रहने वाला है। अब वापस मुंबई लौटते समय उसने फिर अनूप और इस्माइल से संपर्क किया, लेकिन उन्होंने बताया कि जयंतीपुर के क्षेत्र से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करना मुश्किल हैं। महिला ने आगे कहा कि उसने इसके बाद भारत जाने के लिए बांग्लादेश के सादीपुर के रहने वाले मानव तस्कर मुख्तार से संपर्क किया।

भारत में प्रवेश कराने के लिए दलाल ने लिए थे 7000 बांग्लादेशी मुद्रा

महिला के अनुसार, दलाल ने सीमा पार कराने के लिए 7,000 बांग्लादेशी टका लिए और मुझे बॉर्डर गांव के दो दलालों का पता दिया, जिसका नाम सफीकुल उर्फ ​​मोंटू और बाबू, गांव- सोलेमानपुर, थाना- महेशपुर, जिला- जनैदा, बांग्लादेश है। तदनुसार, वह 18 अगस्त को मोन्टू के घर पहुंची। उन्होंने 18 अगस्त, 2020 की रात को बीओपी- कुमारी, 08 बटालियन के क्षेत्र के माध्यम से उसे अंतरराष्ट्रीय सीमा को पार कराने की कोशिश की, लेकिन बीएसएफ की सतर्कता के कारण सफल नहीं हो सकीं। इसके बाद 19/20 अगस्त की रात को दलाल मोन्टू और बाबू ने हज़राखाल सीमा चौकी के माध्यम से सीमा पार कराने की कोशिश की, लेकिन बीएसएफ के सतर्क जवानों ने महिला को पकड़ लिया।

हालांकि बांग्लादेशी दलाल भागने में सफल रहा। बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए बांग्लादेशी महिला को उसके पास से बरामद भारतीय दस्तावेजों के साथ हंसखली थाने को सौंप दिया है। 


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