West Bengal: राज्य के मंत्री सौमेन महापात्र की डाक्टर भांजी ने मानसिक अवसाद के चलते की खुदकुशी
पुलिस के मुताबिकस्वागता ने अपने आवास पर ही खुदकुशी कर ली। उस समय घर में कोई नहीं था। उन्होंने अपनी मां को बाजार भेजा था। उस मौके पर डाक्टर स्वागता भट्टाचार्य ने खाली कमरे में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। जानकारी के मुताबिक वह मानसिक अवसाद से पीड़ित थीं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। राज्य के मंत्री सौमेन महापात्रा की डाक्टर भांजी ने खुदकुशी कर ली है। उनका नाम स्वागता भट्टाचार्य है। वह आइआइटी खड़गपुर में श्यामाप्रसाद मुखर्जी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस एंड टेक्नोलाजी अस्पताल में चिकित्सक थीं। खड़गपुर टाउन पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पता चला है कि स्वागता ने अपने आवास पर ही खुदकुशी कर ली। उस समय घर में कोई नहीं था। उन्होंने अपनी मां को बाजार भेजा था। उस मौके पर डाक्टर स्वागता भट्टाचार्य ने खाली कमरे में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। जानकारी के मुताबिक वह मानसिक अवसाद से पीड़ित थीं। खबर मिलते ही खड़गपुर टाउन थाना पुलिस मौके पर पहुंची। शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। इस घटना से खड़गपुर आइआइटी में शोक की छाया है। स्वागता ने एक साल पहले ही श्यामाप्रसाद मुखर्जी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस एंड टेक्नोलाजी अस्पताल में दाखिला लिया था।
मंत्री सौमेन महापात्र ने कहा कि उनकी भांजी मानसिक अवसाद से ग्रस्त थीं। लेकिन वह खुदकुशी कर लेंगी ऐसी उम्मीद नहीं थी। वह आइआइटी अधिकारियों से बात करेंगे। स्वागता एसएसकेएम में एनाटामी विभाग में प्रोफेसर थीं। एक साल पहले उनका तबादला खड़गपुर के श्यामाप्रसाद मुखर्जी मेडिकल कालेज में हुआ था। वह अपनी मां के साथ आइआइटी कैंपस के क्वार्टर में रहती थीं। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार स्वागता ने आज सुबह अपनी मां को बाजार भेजा। क्वार्टर में और कोई नहीं था। जब वह घर लौटीं तो दरवाजा अंदर से बंद मिला। काल का कोई जवाब नहीं आया। तभी उनकी मां ने खिड़की से स्वागता का लटका हुआ शव देखा।
मंत्री सौमेन महापात्रा भांजी की मौत की खबर पाकर अस्पताल पहुंचे। उन्होंने कहा कि वह बहुत ही मेधावी छात्रा थी। प्रोफेसर के रूप में भी उनकी अच्छी प्रतिष्ठा है। वह तीन साल तक एसएसकेएम में प्रोफेसर रहीं। पुलिस के मुताबिक स्वागता ने मानसिक अवसाद के चलते खुदकुशी कर ली।