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बंगाल में वर्चुअल विधानसभा चुनाव चाहते हैं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष, सांसद ने भेजा प्रस्‍ताव

संक्रमण पूरे राज्य में बिजली की गति से फैल रहा है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने बंगाल में आगामी वर्ष मार्च से मई के बीच होने वाले विधानसभा चुनाव को ऑनलाइन कराने का प्रस्ताव

By Vijay KumarEdited By: Published: Mon, 20 Jul 2020 05:16 PM (IST)Updated: Mon, 20 Jul 2020 05:16 PM (IST)
बंगाल में वर्चुअल विधानसभा चुनाव चाहते हैं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष, सांसद ने भेजा प्रस्‍ताव
बंगाल में वर्चुअल विधानसभा चुनाव चाहते हैं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष, सांसद ने भेजा प्रस्‍ताव

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : पूरे देश में कोरोना महामारी दिन प्रतिदिन बेलगाम होती जा रही है। बंगाल में भी कोरोना वायरस संक्रमण की भयानक स्थिति है। संक्रमितों की संख्या हर दिन तूफानी गति से बढ़ती जा रही है। संक्रमण पूरे राज्य में बिजली की गति से फैल रहा है। इस स्थिति में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने बंगाल में आगामी वर्ष मार्च से मई के बीच होने वाले विधानसभा चुनाव को ऑनलाइन कराने का प्रस्ताव रखा है। मेदिनीपुर के भाजपा सांसद ने बंगाल में ऑनलाइन मतदान के लिए चुनाव आयोग को एक प्रस्ताव भेजा है। 

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विरोध के बाद फैसला पलटा

दिलीप घोष ने कहा कि यह बेहतर होगा कि राज्य विधानसभा का चुनाव वर्चुअल तरीके से कराया जाए। मैंने चुनाव आयोग को एक प्रस्ताव भेजा है। वर्तमान स्थिति को देखते हुए आयोग को यह देखना चाहिए कि बंगाल में ऑनलाइन मतदान हो सकता है या नहीं? बिहार में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। कोरोना की स्थिति को देखते हुए चुनाव आयोग ने बिहार में 65 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं को पोस्टल बैलट से मतदान करने का निर्णय लिया था। लेकिन कई राजनीतिक दलों के विरोध के बाद फैसले को पलटना पड़ा। हालांकि, 80 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों को पोस्ट बैलेट से मतदान करने का मौका दिया गया है।

चुनाव आयोग का रुख बाकी

कोरोना की स्थिति को देखते हुए चुनाव आयोग ने कुछ दिनों पहले कहा था कि बिहार विधानसभा चुनाव में 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को पोस्टल बैलट से घर से ही वोट डालने का अवसर मिलेगा। आयोग ने मतदान केंद्रों पर बुजुर्ग मतदाताओं और अन्य लोगों को कोरोना महामारी से बचाने के लिए यह निर्णय लिया था। हालांकि, यह निर्णय लेने से पहले राजनीतिक दलों के साथ कोई चर्चा नहीं की गई थी। यही वजह रही कि कई राजनीतिक दलों ने विरोध किया और चुनाव आयोग को फैसला वापस लेना पड़ा। इसीलिए यह देखना बाकी है कि दिलीप घोष के बंगाल में विधानसभा चुनाव ऑनलाइन कराने के प्रस्ताव पर चुनाव आयोग का क्या रूख होता है।


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