बंगाल में भाजपा की रैली में पगड़ी खींचने के प्रकरण में अब बेटे संग बलविंदर की पत्नी देंगी सीएम दफ्तर के निकट धरना
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बलविंदर की रिहाई की मांग को लेकर पत्नी करमजीत कौर और उनके बेटे हर्षवीर सिंह शनिवार सुबह 11 बजे से ममता बनर्जी के कार्यालय (राज्य सचिवालय) के सामने देंगे धरना। जिक्रयोग है कि बलविंदर भारतीय सेना के रिटायर्ड फौजी हैं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में भाजपा की रैली के दौरान पुलिस द्वारा कथित रूप से एक सिख व्यक्ति की पगड़ी खींचने और हथियार रखने के मामले में गिरफ्तार किए जाने का मामला बढ़ता ही जा रहा है। गिरफ्तार बलविंदर सिंह की पत्नी करमजीत कौर और उनके बेटे हर्षवीर सिंह अब न्याय के लिए शनिवार को बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कार्यालय (राज्य सचिवालय) के सामने धरने पर बैठेंगे। वे दोनों मुख्यमंत्री से बलविंदर सिंह को रिहा करने की मांग करेंगे।
न्याय के लिए राज्यपाल से भी मिल चुके दोनों
दरअसल पुलिस ने बलविंदर को प्रदर्शन के दौरान गैर कानूनी तरीके से पिस्तौल रखने के आरोप में हावड़ा से गिरफ्तार किया था। इससे पहले बलविंदर की पत्नी व बेटे ने बंगाल के राज्यपाल से भी मिलकर न्याय के लिए गुहार लगाई थी।
सिख संगत से अपील, बहन के साथ खड़े हों
बलविंदर की पत्नी कौर ने एक वीडियो मैसेज में कहा, 'मैं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलना चाहती हूं। मैं इसके लिए कई बार अपील की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। मैं और मेरा बेटा शनिवार सुबह 11 बजे से उनके ऑफिस के सामने धरने पर बैठेंगे। मैं सभी सिख संगत से अपील करती हूं कि अपनी बहन के साथ खड़े हों। मैं अपने पति को रिहा होते देखना चाहती हूं।
पगड़ी खींंचने की घटना ने ध्यान खींचा था
दरअसल बीते सप्ताह इस घटना ने उस समय सबका ध्यान खींचा था, जब पुलिस से आमना-सामना होने के बाद बलविंदर की पगड़ी गिर गई थी। सोशल मीडिया पर वीडियो के वायरल होने के बाद भाजपा, कांग्रेस समेत कई अन्य प्रमुख लोगों ने ममता सरकार पर निशाना साधा था।
पुलिस व गृह विभाग ने आरोप किए खारिज
हालांकि, पुलिस व गृह विभाग ने पगड़ी खींचे जाने के आरोपों को खारिज करते हुए कहा बलविंदर के पास पिस्तौल थी। वहीं, हावड़ा सिटी पुलिस ने गुरुवार रात को कहा कि बलविंदर की पिस्तौल का लाइसेंस सिर्फ कश्मीर के राजौरी में ही वैध है।
लाइसेंस सिर्फ राजौरी जिले के लिए वैध है
पुलिस ने ट्वीट किया, 'गृह मंत्रालय के शस्त्र लाइसेंस के राष्ट्रीय डेटाबेस के अनुसार, बलविंदर सिंह की पिस्तौल का लाइसेंस सिर्फ राजौरी जिले के लिए वैध है। उन्हें हथियार के साथ गैरकानूनी ढंग से इकट्ठा होने के लिए गिरफ्तार किया गया है।
बलविंदर भारतीय सेना के रिटायर्ड फौजी हैं
कृपया, गढ़ी हुईं सोशल मीडिया पोस्ट्स से दूर रहें। सच्चाई का पता लगाने के लिए गहन जांच जारी है।' बताते चलें कि बलविंदर भारतीय सेना के रिटायर्ड फौजी हैं। इस समय वह एक भाजपा नेता के निजी सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करते थे।
कोलकाता में सिख समुदाय ने किया प्रदर्शन
उधर, कोलकाता के सिख समुदाय के सदस्यों ने गुरुवार को बलविंदर सिंह के लिए न्याय की मांग करते हुए संत कुटिया गुरुद्वारा, भवानीपुर में मौन प्रदर्शन किया था। उन्होंने सिंह की तस्वीर के साथ पोस्टर लगाए।
बलविंदर सिर्फ अपना कर्तव्य निभा रहा था
समुदाय ने एक बयान में कहा, 'पुलिस ने बलविंदर सिंह की पगड़ी को दबोच लिया और उसे अपने बालों से खींचा। इस तरह का व्यवहार एक पूर्व-सेना के आदमी के साथ पूरी तरह से अस्वीकार्य है जो सिर्फ अपना कर्तव्य निभा रहा था।'