भाजपा की रैली के दौरान पिस्तौल के साथ गिरफ्तार बलविंदर को हावड़ा अदालत से मिली जमानत, सिटी पुलिस को फटकार
हावड़ा कोर्ट ने उन्हें 2500 रुपये के निजी मुचलके पर जमानत पर रिहा करने का निर्देश दिया। जज ने बलविंदर के आग्नेयास्त्र लाइसेंस के साथ ट्वीट करने के लिए हावड़ा सिटी पुलिस को भी फटकार लगाई। भाजपा ने आठ अक्टूबर को विभिन्न मांगों को लेकर नवान्न चलो अभियान किया था।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : भाजपा के राज्य सचिवालय नवान्न अभियान के दौरान कथित पिस्तौल रखने के आरोप में गिरफ्तार किए गए बलविंदर सिंह को सोमवार को हावड़ा अदालत से जमानत मिल गई। हावड़ा कोर्ट ने उन्हें 2,500 रुपये के निजी मुचलके पर जमानत पर रिहा करने का निर्देश दिया। जज ने बलविंदर के आग्नेयास्त्र लाइसेंस के साथ ट्वीट करने के लिए हावड़ा सिटी पुलिस को भी फटकार लगाई।
पुलिस ने जुलूसों को विभिन्न जगहों पर रोक दिया था
बताते चलें कि भाजपा ने आठ अक्टूबर को विभिन्न मांगों को लेकर नवान्न चलो अभियान किया था। हावड़ा और कोलकाता से कुल चार जुलूस निकले गए थे। पुलिस ने जुलूसों को विभिन्न जगहों पर रोक दिया था। इसके बाद जमकर हंगामा हुआ था। हावड़ा मैदान में जुलूस के दौरान पुलिस ने सिख सुरक्षा गार्ड बलविंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से आग्नेयास्त्र बरामद किए गए।
आग्नेयास्त्र का कश्मीर में राजौरी से जारी लाइसेंस है
हालांकि, भाजपा ने पुलिस को सूचित किया कि बलविंदर भाजपा युवा मोर्चा के नेता के अंगरक्षक हैं। इसलिए उनके पास आग्नेयास्त्र का होना बहुत सामान्य बात है। हावड़ा सिटी पुलिस ने दावा किया था कि जम्मू और कश्मीर में राजौरी से जारी लाइसेंस है। पिस्तौल अवैध रूप से राजौरी से बंगाल लाई गई थी। जबकि बलविंदर सिंह का शस्त्र लाइसेंस ऑलइंडिया के होने का दावा किया गया था।
पत्नी ने राज्य पुलिस के डीजीपी से मुलाकात की थी
इस गिरफ्तारी के दौरान बलविंदर की पगड़ी खुल गई थी जिसको लेकर बंगाल पुलिस प्रशासन की काफी किरकिरी हुई थी। उनकी पत्नी और सिख समुदाय के सदस्य राज्यपाल से लेकर डीजीपी तक से मिलकर उनकी रिहाई की मांग थी। इसके बाद सिख समुदाय के लोगों के साथ बलविंदर की पत्नी करमजीत ने राज्य पुलिस के डीजीपी से मुलाकात की थी, तब डीजीपी ने न्याय का आश्वासन दिया था।
सोमवार बलविंद्र को जमानत पर रिहा कर दिया गया
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने करमजीत को सलवार सूट भी भेंट किया था। उन्होंने इसके लिए बंगाल के मुख्यमंत्री को भी धन्यवाद दिया। बलविंदर की पत्नी ने भी उन्हें उपहार के रूप में पगड़ी देने की सोची है। इसके बाद सोमवार को बलविंद्र को जमानत पर रिहा कर दिया गया।