आशा भोंसले ने 23 साल बाद दुर्गापूजा में गाया बांग्ला गीत
मशहूर गायिका आशा भोंसले ने आखिरकार 23 सालों बाद एक बार फिर दुर्गा पूजा पर बांग्ला भाषा में गीत गाया है। पति की मौत के बाद आशा ने बांग्ला में गाना बंद कर दिया था ।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। मशहूर गायिका आशा भोंसले ने आखिरकार 23 सालों बाद एक बार फिर दुर्गा पूजा पर बांग्ला भाषा में गीत गाया है। पूजोय आशा नाम से रिलीज किए गए म्यूजिक एलबम में उन्होंने अपनी आवाज में एक गीत गाया है जिसके बोल हैं- एबार पूजोय एलम फिरे (इस बार पूजा में लौटकर आई हूं)। एलबम में मशहूर गायक अमित कुमार ने भी अपनी आवाज दी है।
उन्होंने बताया कि आशा जी के साथ काम करना एक सपने के सच होने जैसा है। इसे कंपोज करने वाली शिलादित्य चौधरी ने शुक्रवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि पति आरडी बर्मन की मौत के 23 सालों बाद आशा जी ने बांग्ला में यह गीत गाया है। आशा ने इससे पहले अपने संगीतकार पति आरडी बर्मन के साथ 66 गाने गाए थे लेकिन बर्मन की मौत के बाद आशा ने बांग्ला में गाने गाना बंद कर दिया था।
उन्होंने बताया कि 1968 में सबसे पहले उन्होंने बांग्ला में गीत गाया था जिसके बोल और संगीत उनके पति आरडी बर्मन ने ही बनाए थे। उसके बोल थे- ऐ ए दिके एसो (ऐ इधर आओ) तथा जाबो कि जाबो ना (जाउं कि नहीं)। लेकिन, पति की मौत के बाद उन्होंने कोई भी बांग्ला गीत नहीं गाया। अब 23 सालों बाद उन्होंने दुर्गापूजा में रिलीज किए गए इस एलबम में अपनी आवाज दी है।
चौधरी ने बताया कि दुर्गापूजा पर लांच होने वाले इस एलबम में आवाज देने के लिए आशा जी को काफी मनाना पड़ा, क्योंकि पंचम दा की मौत के बाद उन्होंने बांग्ला गाना लगभग छोड़ ही दिया था। उन्होंने बताया कि अपने 85वें जन्मदिन के ठीक एक हफ्ते बाद ही आशा जी ने यह बांग्ला गाना गाया है।
उनके मुताबिक, इस गाने की रिकॉर्डिग के दौरान आशा जी ने पंचम दा के साथ अपनी पुरानी यादों को भी ताजा किया। आशा ने यह जानकार खुशी जताई कि अभी भी लोग उनके गाये गानों को सुनना पसंद करते हैं। राज रॉय इस एलबम के सह संगीतकार हैं और इसके गीतों को उत्पल दास ने लिखा है।