Move to Jagran APP

हथियार कारखाने का भंडाफोड़, मालिक समेत दो गिरफ्तार

दक्षिण 24 परगना जिले के कुलतली थानांतर्गत अंबिकानगर इलाके में हथियार कारखाने का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने भारी तादाद में हथियार जब्त किया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Nov 2018 02:59 PM (IST)Updated: Sat, 17 Nov 2018 02:59 PM (IST)
हथियार कारखाने का भंडाफोड़, मालिक समेत दो गिरफ्तार
हथियार कारखाने का भंडाफोड़, मालिक समेत दो गिरफ्तार

- भारी तादाद में हथियार जब्त, मुख्य कारीगर बिहार के मुंगेर का रहने वाला

loksabha election banner

-छठ पूजा में गांव जाने के कारण पुलिस की गिरफ्त में आने से बचा, बिहार पुलिस से संपर्क कर आरोपित का पता लगाने में जुटी पुलिस

..........

जागरण संवाददाता, कोलकाता : दक्षिण 24 परगना जिले के कुलतली थानांतर्गत अंबिकानगर इलाके में हथियार कारखाने का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने भारी तादाद में हथियार जब्त किया है। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उनके नाम विश्वनाथ मंडल (43) और विकास मंडल (19) हैं। विश्वनाथ कारखाने का मालिक बताया जा रहा है। वह हथियारों की बिक्री करने के साथ ही उन्हें बनाने का भी काम करता था। कारखाने से चार सिंगल बैरेल बंदूक, दो वन शॉटर पाइप गन, छह अर्ध निर्मित बंदूक, छह कारतूस और 10 बमों के अलावा भारी मात्रा में लोहे की पाइप, लकड़ी की बट, फायरिंग पिन, ड्रील मशीन, लेद मशीन, फरसा आदि जब्त किए गए हैं। दोनों को शुक्रवार को बारुईपुर अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। प्राथमिक पड़ताल में पुलिस को पता चला है कि कारखाने में हथियार बनाने का मुख्य कारीगर बिहार के मुंगेर का रहने वाला है। छठ पूजा के अवसर पर वह गांव गया हुआ था इसीलिए गिरफ्त में आने से बच गया। पुलिस दोनों से पूछताछ कर उनके बाकी साथियों का पता लगाने में जुट गई है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक अंबिकानगर में गुप्त तरीके से विश्वनाथ के कारखाने में चलाए जा रहे हथियार कारखाना का पता चलने के बाद बारुईपुर स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) और कुलतली थाने की पुलिस ने गुरुवार रात संयुक्त रूप से अभियान चलाया। पुलिस के योजनाबद्ध तरीके से औचक चलाए गए अभियान के कारण विश्वनाथ और विकास को संभलने का मौका नहीं मिला और पुलिस ने दोनों को कारखाने से ही गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की मानें तो हथियार तैयार करने के लिए पहले जिन मशीनों का इस्तेमाल होता था, वे आकार में बड़े होते थे। उनके चलने से आवाज आती थी। इस आधार पर हथियार कारखाने का खुलासा होता था लेकिन विश्वनाथ के कारखाने से बरामद मशीनें आकार में काफी छोटी हैं। उनके चलने से आवाज भी नहीं आती थी। इसी कारण इस हथियार कारखाने का खुलासा होने में समय लग गया।

मुंगेर से लाए जाते थे उपकरण,

आरोपितों से पूछताछ में पता चला है कि हथियारों को बनाने के लिए मुंगेर से अ‌र्द्ध निर्मित उपकरण लाए जाते थे। उन्हें यहां हथियारों का रूप दिया जाता था। इसके बाद उनकी जिले के कैनिंग, जयनगर, गोसाबा, सुंदरवन व उससे सटे इलाकों में आपूर्ति की जाती थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.