बंद के दौरान निजी बसों की सुरक्षा को दो करोड़ रुपये की बीमा की घोषणा
- बंद के दौरान सामान्य परिसेवा बहाली को परिवहन विभाग ने की घोषणा -योजना के तहत बस मालिक को
- बंद के दौरान सामान्य परिसेवा बहाली को परिवहन विभाग ने की घोषणा
-योजना के तहत बस मालिक को अधिकतम 75 हजार रुपये का किया जाएगा भुगतान
- राज्य परिवहन विभाग के आयुक्त विश्वजीत दत्ता ने दी जानकारी
जागरण संवाददाता, कोलकाता : नागरिकता संशोधन कानून व राष्ट्रीय नागरिक पंजी के विरोध में बुधवार को आहूत वामो-कांग्रेस श्रमिक संगठन के बंद को विफल करने को राज्य परिवहन विभाग ने बंद के दौरान चलने वाली निजी बसों की सुरक्षा को दो करोड़ रुपये की बीमा की घोषणा की है। साथ ही बताया गया कि निर्धारित समयावधि में अगर बसों को किसी प्रकार की क्षति होती है तो परिवहन विभाग की ओर से नुकसान की भरपाई को बतौर मुआवजा बस मालिक को 75 हजार या इससे अधिक का भुगतान किया जाएगा। दूसरी ओर बंद के दौरान दैनिक यात्रियों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए विभाग ने निजी बसों, ऑटो, टैक्सी, ओला और उबेर को सेवाएं सामान्य रखने का अनुरोध किया है। इसकी जानकारी राज्य परिवहन विभाग के आयुक्त विश्वजीत दत्ता ने दी। उन्होंने कहा कि सभी को बीमा सुरक्षा के तहत जोड़ा गया है। वहीं करीब 12,000 टैक्सी, ओला और उबेर संचालकों द्वारा बंद का समर्थन किया गया है। जिससे दिक्कतें पेश आने की संभावना अधिक है।
इधर, ज्वाइंट काउंसिल ऑफ बस सिंडिकेट के अतिरिक्त सचिव टीटू साहा ने कहा कि बंद के दिन बसों के क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में ज्यादातर बस मालिकों को बीमा का पैसा नहीं मिलता है। लेकिन बैठक में राज्य परिवहन आयुक्त विश्वजीत दत्ता ने कहा कि इस मामले को ध्यान में रखते हुए विभाग ने निजी बसों की सुरक्षा को दो करोड़ रुपये की बीमा की व्यवस्था की है। इस योजना के तहत बस मालिक को अधिकतम 75 हजार रुपये का भुगतान किया जाएगा। हालाकि, अगर कोई बस जल गई या पूरी तरह से क्षतिग्रस्त होती है तो सरकारी बीमा के साथ ही अन्य बीमा कंपनी की बीमा पॉलिसी से भी बस मालिक को मुआवजे की भरपाई की जाएगी। दूसरी ओर एआइटीयूसी समर्थित टैक्सी संगठन के नेता नबल किशोर सिंह ने बंद का समर्थन करते हुए कहा कि करीब 12,000 टैक्सी बुधवार को सड़क से नदारद रहेंगी। हालांकि, बंगाल टैक्सी एसोसिएशन के महासचिव बिमल गुहा ने कहा कि वे इस बंद का समर्थन नहीं कर रहे हैं। इसलिए संगठन की सभी टैक्सियां ओला और उबर सामान्य तरीके से रास्ते पर परिसेवा को उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि बुधवार को सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक आपातकालीन सेवाओं को अतिरिक्त टैक्सियां उतारी जाएंगी, ताकि किसी प्रकार की परेशानी न हो।