भाजपा, कांग्रेस और माकपा नेताओं ने केंद्रीय पर्यवेक्षकों से की मुलाकात, रखी मांगें
बंगाल भाजपा ने केंद्रीय टीम से तूफान से प्रभावित लोगों के बैंक खाते में सीधे अनुदान भेजने सहित शिकायतों के लिए वेबसाइट और एेप लांच करने की मांग की।
राज्य ब्यूरो,कोलकाता : एम्फन तूफान से हुई तबाही के आकलन के लिए बंगाल के दौरे पर आई इंटर मिनिस्टीरियल सेंट्रल टीम (आइएमसीटी) से शनिवार को भाजपा, कांग्रेस और माकपा के प्रतिनिधियों ने अलग- अलग मुलाकात की। बंगाल भाजपा ने केंद्रीय टीम से तूफान से प्रभावित लोगों के बैंक खाते में सीधे अनुदान भेजने सहित शिकायतों के लिए वेबसाइट और एेप लांच करने की मांग की। वहीं, कांग्रेस व माकपा के प्रतिनिधियों ने एम्फन से हुई तबाही को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने सहित केंद्रीय फंड का इस्तेमाल राजनीतिक उद्देश्य से नहीं करने की मांग की। इन दलों ने अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा।
केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि मुख्यमंत्री 5 लाख प्रभावित परिवारों को 20-20 हजार रुपये देने की बात कही है, लेकिन 2.5 लाख परिवार को भी यह राशि नहीं मिली है। इसमें भी कट मनी खाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा उपाध्यक्ष प्रताप बनर्जी प्रभावित इलाकों का दौरा कर लौटे हैं। बांध टूटे हैं, लेकिन उनकी मरम्मत मिट्टी से किया जा रहा है।उन्होंने केंद्रीय एजेंसी की अगुआई में कंक्रीट बांध का निर्माण करने की मांग की, ताकि वे स्थाई रह सके। इसके साथ ही पूरे कामकाज को देखने के लिए 6 माह के लिए एक नोडल ऑफिसर की नियुक्ति की भी मांग की। उन्होंने कहा कि आइला के समय केंद्र सरकार ने 5,032 करोड़ रुपये आवंटित किए थे, लेकिन उनका हिसाब अभी तक नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि राहत सामग्री वितरण में राजनीति की जा रही है और जब इसकी शिकायत अधिकारी के पास करने भाजपा के कार्यकर्ता जा रहे हैं, तो उनके साथ मारपीट की जा रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस बाबत वेबसाइट या एप बनायें, जिसमें सीधे प्रभावित लोग शिकायत दर्ज कर सकें।
कांग्रेस- माकपा ने की एम्फन तूफान को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग
वहीं, दूसरी ओर, कांग्रेस और माकपा के प्रतिनिधिमंडल ने एम्फन तूफान को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग केंद्रीय पर्यवेक्षकों से की है। साथ ही केंद्रीय फंड का इस्तेमाल राजनीतिक उद्देश्य के लिए नहीं करने की अपील की।प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सोमेन मित्रा और विधानसभा में विरोधी दल के नेता अब्दुल मन्नान के नेतृत्व में चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय पर्यवेक्षकों से मुलाकात की। दूसरी ओर, माकपा विधायक दल के नेता सुजन चक्रवर्ती के नेतृत्व में माकपा प्रतिनिधिमंडल ने भी केंद्रीय मुलाकात की। विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान ने कहा कि उनलोगों ने पूरी परिस्थिति से केंद्रीय टीम को अवगत कराया है। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले उनके नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने चक्रवात प्रभावित इलाकों का दौरा किया था। प्रभावित लोगों को राहत नहीं मिल रही है। लोग परेशान हैं। मुख्यमंत्री जो तथ्य दे रही हैं, वास्तव से उनका मेल नहीं है। राहत वितरण में भी राजनीति की जा रही है और वास्तव में जो पीड़ित हैं, उन्हें मुआवजा नहीं मिल रहा है। माकपा विधायक दल के नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाये। इससे अन्य गैर सरकारी संगठन भी मदद कर पायेंगे और प्रभावित लोगों को मदद मिलेगी। उल्लेखनीय है कि गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव अनुज शर्मा के नेतृत्व में 7 सदस्य टीम एम्फन तूफान से हुए नुकसान के आकलन के लिए गुरुवार शाम को कोलकाता पहुंची थी। टीम ने शुक्रवार को उत्तर व दक्षिण 24 परगना जिले का दौरा किया था। शनिवार को भी टीम ने सुबह में दक्षिण 24 परगना के कुछ इलाकों का दौरा किया। यह टीम केंद्र सरकार को रिपोर्ट सौंपेगी।