लोस चुनाव के लिए तृणमूल-भाजपा ने कसी कमर, अमित शाह के बंगाल दौरे को माना जा रहा काफी महत्वपूर्ण
अमित शाह बंगाल दौरे के पहले दिन पार्टी के विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे और राज्य में भाजपा की राजनीतिक रणनीति पर चर्चा करेंगे।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। एक तरफ जहां मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने गत गुरुवार को नेताजी इंडोर स्टेडियम में पार्टी की विस्तारित कोर कमेटी की बैठक में बंगाल की 42 में से 42 लोकसभा सीटें जीतने का दावा करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं को इस बाबत जुट जाने को कहा है, वहीं दूसरी तरफ भाजपा की नजर सूबे की 22 लोस सीटें फतह करने पर है।
इस परिस्थिति में आगामी 27 जून से शुरू होने वाले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के दो दिवसीय बंगाल दौरे को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अमित शाह बंगाल दौरे के पहले दिन पार्टी के विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे और राज्य में भाजपा की राजनीतिक रणनीति पर चर्चा करेंगे।
वे भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं से संसदीय चुनाव की लड़ाई के लिए तैयार रहने को भी कहेंगे। अमित शाह एक कार्यक्रम में बुद्धिजीवियों से भी बातचीत करेंगे। वे पार्टी के आइटी सेल के सदस्यों के साथ अलग से बैठक भी करेंगे। दौरे के दूसरे व अंतिम अगले दिन पुरुलिया जाने से पहले अमित शाह वीरभूम जिले में स्थित तारापीठ मंदिर जाएंगे। पुरुलिया में वे बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से मिलेंगे।
वहां वे एक बड़ी रैली को भी संबोधित करेंगे। पार्टी सूत्रों के मुताबिक पुरुलिया को इसलिए चुना गया है क्योंकि वहां पार्टी की मजबूत पैठ है। पंचायत चुनाव में इस जिले में भाजपा का नतीजा काफी अच्छा रहा था। भाजपा के महासचिव एवं बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने दावा किया कि उनकी पार्टी आसानी से इस 22 लोस सीटों के लक्ष्य को हासिल कर लेगी।
बंगाल में हालात सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ हैं। बंगाल के लोग राज्य सरकार से नाखुश हैं। यह भाजपा को राजनीतिक बढ़त हासिल करने में मदद करेगा। पार्टी बंगाल में अपना विस्तार करने में भी जुटी हुई है। तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल हुए मुकुल राय भी जमीनी स्तर पर टीम तैयार करने में जुटे हुए हैं।