Howrah Violence: अमित शाह ने फोन कर मौजूदा स्थिति की ली जानकारी, दिलीप घोष ने कहा- सीआइडी पर भरोसा नहीं
पुलिस लगातार चला रही है रूट मार्च कमिश्नर बोले- किसी को डरने की जरूरत नहीं स्थिति नियंत्रण में।राज्यपाल ने हिंसा मामले की गिगरानी के लिए राजभवन में विशेष प्रकोष्ठ भी बनाया। हालांकि इसपर तृणमूल कांग्रेस ने आपत्ति जताई है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल के हावड़ा के शिवपुर इलाके में रामनवमी जुलूस निकाले जाने के दौरान हुए पथराव के बाद हुई हिंसा मामले की जांच राज्य सरकार ने आपराधिक जांच विभाग (सीआइडी) को सौंप दी है। पुलिस महानिरीक्षक, सीआइडी सुनील चौधरी व वरिष्ठ आइपीएस विशाल गर्ग के नेतृत्व में सीआइडी की एक विशेष टीम ने शनिवार को इसकी जांच भी शुरू कर दी।
उन्होंने घटनास्थल का दौरा कर हिंसा पीड़ितों व स्थानीय लोगों से बातचीत की। वहीं, हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने अब तक 38 लोगों को गिरफ्तार किया है और दो किस दर्ज किए हैं।
अपार्टमेंट में जाकर पुलिस लोगों से कर रही बात
हावड़ा सिटी पुलिस के कमिश्नर प्रवीण त्रिपाठी ने यह जानकारी दी। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि हर अपार्टमेंट में जाकर पुलिस लोगों से बात कर रही है। किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है। स्थिति अब नियंत्रण में है। गौरतलब है कि लगातार दो दिन तक इलाके में पथराव व हिंसा के बाद शनिवार को हालांकि शांति का माहौल रहा।
हालांकि स्थानीय लोगों में अभी भी डर का माहौल है। निषेधाज्ञा लागू होने के चलते शनिवार को इलाके की अधिकतर दुकानें व आवासीय परिसरों के गेट बंद रहे। कोई अप्रिय घटना न घटे इसके लिए पुलिस लगातार रूट मार्च निकाल रही है, जिसकी अगुवाई खुद पुलिस कमिश्नर कर रहे हैं।
दूसरी तरफ, इस घटना पर राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बात की है। राज्यपाल ने घटना पर रिपोर्ट भी तलब किया है। राजभवन की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि राज्यपाल बोस ने राज्य सरकार से उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई के अलावा कानून-व्यवस्था को प्रभावी ढंग से बनाए रखने के लिए पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित करने के लिए कहा है।
अमित शाह ने फोन कर मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी ली
राज्यपाल ने हावड़ा घटना की निगरानी के लिए राजभवन में एक विशेष प्रकोष्ठ भी बनाया है। हालांकि इसपर तृणमूल कांग्रेस ने आपत्ति जताई है।
राज्यपाल ने कहा, दोषियों के खिलाफ प्रभावी और ठोस कार्रवाई की जाएगी। सार्वजनिक संपत्तियों में आग लगाना, वह भी पवित्र रामनवमी के दिन, एक बहुत ही भड़काऊ कृत्य है और इसे गंभीरता से लिया जाएगा।
बोस ने कहा कि राजभवन आम आदमी के जीवन, संपत्ति और सम्मान की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपनी आंख और कान खुले रखेगा। इससे पहले शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यपाल को फोन कर मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी ली थी।
लगातार दो दिन हुई हिंसा
उल्लेखनीय है कि हावड़ा शहर के शिवपुर, काजीपाड़ा इलाके में गुरुवार शाम रामनवमी जुलूस पर पथराव के बाद दो समूहों के बीच हिंसा हो गई थी। उपद्रवियों ने कई दुकानों और वाहनों में तोडफ़ोड़ की और कुछ पुलिस वाहनों सहित कई कार में आग लगा दी गई थी।
इसके बाद शुक्रवार दोपहर में जुमे की नमाज के बाद वहां उपद्रवियों की भीड़ द्वारा कई घरों व पुलिसकर्मियों पर पथराव के बाद फिर हिंसा भड़क उठी थी, जिसमें तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। इससे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंसा के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया था। हालांकि भाजपा राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहरा रही है।
सीआइडी पर भरोसा नहीं, केंद्रीय एजेंसी से हो जांच : दिलीप घोष
इधर, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व सांसद दिलीप घोष ने कहा है कि ममता की सीआइडी जांच पर उन्हें भरोसा नहीं है। उन्होंने केंद्रीय एजेंसी से जांच की मांग की।