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लोकसभा चुनाव में बंगाल से उम्मीदवार हो सकते हैं अमित शाह

-शाह उत्तर कोलकाता, हावड़ा या आसनसोल में से किसी एक सीट से हो सकते हैं उम्मीदवार -लोकसभा चु

By JagranEdited By: Published: Wed, 31 Oct 2018 05:39 PM (IST)Updated: Wed, 31 Oct 2018 05:39 PM (IST)
लोकसभा चुनाव में बंगाल से उम्मीदवार हो सकते हैं अमित शाह
लोकसभा चुनाव में बंगाल से उम्मीदवार हो सकते हैं अमित शाह

-शाह उत्तर कोलकाता, हावड़ा या आसनसोल में से किसी एक सीट से हो सकते हैं उम्मीदवार

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-लोकसभा चुनाव में तीनों ही सीटों पर ¨हदी भाषी मतदाता निभाते हैं निर्णायक भूमिका

-राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बंगाल से कम से कम 22 सीटें जीतने का तय कर दिया है लक्ष्य

जागरण संवाददाता, कोलकाता : वर्ष 2019 के आम चुनाव में भाजपा की नजर विशेषकर पूर्वोत्तर के राज्यों पर है। इस क्रम में लोकसभा चुनाव से पहले इस बार पश्चिम बंगाल के लिए बड़ी रणनीति बनाते हुए भाजपा ने सभी 42 लोकसभा केंद्रों में रथ यात्रा के जरिए जनसंपर्क अभियान योजना बनाई है जिसमें स्वयं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल भी उपस्थित रहेंगे। इसके साथ ही उत्तर भारत और दक्षिण भारत के विस्तृत इलाके में कुछ सीटों की संख्या कम होने की आशका के मद्देनजर भाजपा ने इन राज्यों में सीटों की संख्या बढ़ाने की रणनीति बनाई है। इसी लिहाज से राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बंगाल से कम से कम 22 सीटें जीतने का लक्ष्य तय कर दिया है। अब प्रदेश भाजपा के सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिली है कि अमित शाह पश्चिम बंगाल की किसी सीट से चुनाव भी लड़ सकते हैं। उत्तर कोलकाता, हावड़ा या आसनसोल में से किसी एक सीट से हो सकते हैं उम्मीदवार :

बुधवार को इस बारे में जानकारी मिली है कि अमित शाह उत्तर कोलकाता, हावड़ा या आसनसोल में से किसी एक सीट पर चुनाव लड़ सकते हैं। आसनसोल एक सेफ सीट है क्योंकि वहा से पहली बार ही सासद का चुनाव लड़कर गायक से नेता बने बाबुल सुप्रियो ने 2014 के आम चुनाव में जीत दर्ज की है और आज भी उनके पक्ष में स्थिति जस की तस है। हालाकि उस समय मोदी लहर काफी जोरों पर थी। देश के अन्य हिस्सों में यह समय के साथ थोड़ी कम जरूर हुई है लेकिन पश्चिम बंगाल में भाजपा का जनाधार तेजी से बढ़ा है। वैसे भी राज्य का अपना एक इतिहास रहा है कि कोई भी व्यक्ति एक बार मुख्यमंत्री बनने के बाद लगातार जीतता है। बंगाल फतह के लिए भाजपा के लिए बन गई है बड़ी चुनौती :

पहले काग्रेस, फिर 35 सालों तक माकपा और अब पिछले सात सालों से ममता बनर्जी सत्ता पर काबिज हैं। ऐसे में बंगाल फतह के लिए भाजपा के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। इसे हर हाल में सफल करने के लिए पार्टी ने यह रणनीति बनाई है। यहा की किसी एक सीट से अमित शाह चुनाव लड़ सकते हैं। इसमें से जिन सीटों पर चर्चा चल रही है उसमें उत्तर कोलकाता भी है। इस बारे में बताया गया है कि यह क्षेत्र बड़े पैमाने पर हिंदी भाषियों का गढ़ है। 2014 के चुनाव में तत्कालीन प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने यहा से चुनाव लड़ा था और काग्रेस के सोमेन मित्रा तथा माकपा की रूपा बागची जैसे दिग्गज नेतृत्व को हराकर दूसरे नंबर पर चले आए थे। इस साल यहा और अधिक माहौल भाजपा के पक्ष में है और अमित शाह जैसे दिग्गज नेतृत्व के प्रार्थी बनने पर निश्चित तौर पर जीत सुनिश्चित होगी। अमित शाह के लिए हावड़ा लोकसभा सीट के बारे में भी विचार किया जा रहा है क्योंकि यहा भी हिंदी भाषी निर्णायक भूमिका में हैं। हालाकि इस बारे में पूछने पर प्रदेश भाजपा के एक उच्च पदस्थ नेतृत्व ने बताया कि चर्चा तो बहुत कुछ है लेकिन इस पर अभी तक अंतिम सहमति नहीं बनी है। बातचीत चल रही है। केंद्रीय नेतृत्व की ओर से जो भी तय किया जाएगा, उसे माना जाएगा।


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