विमान से टैंकर की टक्कर, बाल-बाल बचे 103 यात्री
-हादसे की संपूर्ण जांच का निर्देश, विकल्प व्यवस्था कर यात्रियों को गंतव्य के लिए किया गया रवाना
-हादसे की संपूर्ण जांच का निर्देश, विकल्प व्यवस्था कर यात्रियों को गंतव्य के लिए किया गया रवाना
जागरण संवाददाता, कोलकाता : नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय (एनएससीबीआइ) हवाई अड्डे पर बुधवार की देर रात उड़ान को तैयार कतर एयरवेज के विमान से पानी भरे टैंकर की टक्कर होने का मामला प्रकाश में आया है। हालांकि उसमें सवार सभी 103 यात्रियों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
जानकारी के मुताबिक बुधवार की देर रात 1.52 बजे कतर एयरवेज का विमान संख्या क्यूआर541 कोलकाता एयरपोर्ट से दोहा के लिए उड़ान भरने को तैयार था। सभी यात्री सवार हो चुके थे। तभी पानी से भरा एक टैंकर अनियंत्रित होकर विमान के निचले हिस्से में जोर से टकराया। यह देख वहां मौजूद सुरक्षा कर्मी और एयरपोर्ट प्रबंधन अविलंब मौके पर पहुंच गए। विमान में सवार क्रू मेंबर समेत सभी 103 यात्रियों को तुरंत बाहर निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। इसके बाद टैंकर को विमान के नीचे से निकाल कर सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। इसके बाद क्षतिग्रस्त विमान को क्रेन की मदद से रनवे से दूर ले जाया गया। इंजीनियरों की मदद से क्षतिग्रस्त विमान की मरम्मत शुरु की गई है। वहीं विकल्प व्यवस्था कर यात्रियों को उनके गंतव्य के लिए रवाना किया गया।
ब्रेक फेल होने की आशंका
सूत्रों की मानें तो टैंकर चालक ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है। लेकिन स्पष्ट खुलासा नहीं किया गया। हालांकि चालक ने कहा कि वाहन में ब्रेक नहीं लगने के कारण यह हादसा हुआ। लेकिन गलत रूट पर तेज गति से गाड़ी चलाने का कारण नहीं बता सका।
टैंकर चालक निलंबित, दिया गया जांच का निर्देश
प्राथमिक पड़ताल के बाद चालक की गलती सामने आई है। सुरक्षा अधिकारियों की मानें तो वाहनों की गति और रुट निर्धारित है। इसके बावजूद टैंकर गलत रुट पर तेज गति से कैसे आया यह जांच का विषय है। वहीं, घटना के बाद टैंकर चालक को निलंबित कर दिया गया है। लगे हाथ डायरेक्टर ऑफ सिविल एवियेशन की ओर से घटना की संपूर्ण जांच का आदेश दे दिया गया है।
गौरतलब हो कि इससे पहले साल 2015 में 22 दिसंबर को भी कोलकाता एयरपोर्ट पर खड़े एक विमान के प्रोपेलर में एयर बस ने धक्का मार दिया था। जिससे काफी क्षति हुई थी। तब बस चालक ने गलती स्वीकारते हुए कहा कि सारी रात काम करने के कारण उसी नींद आ गई थी, जिस कारण हादसा हुआ था।