Bengal Assembly Elections 2021: पीके के खिलाफ तृणमूल में ही बुलंद हो रहे हैं विरोधी स्वर
पार्टी के विधायक का विस्फोटक बयान कहा- तृणमूल को बर्बाद कर देगी पीके की टीमकई और नेता काम में पीके की टीम की दखलअंदाजी नहीं कर रहे हैं बर्दाश्त अब तृणमूल के रणनीतिकार प्रशांत किशोर के खिलाफ ही पार्टी में आए दिन नेता अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब तृणमूल के रणनीतिकार प्रशांत किशोर के खिलाफ ही पार्टी में आए दिन नेता अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस के विधायक नियामत शेख ने विस्फोटक बयान देते हुए कहा है कि पीके की टीम तृणमूल कांग्रेस को बर्बाद कर देगी।
मुर्शिदाबाद के हरिहरपारा से पार्टी के विधायक नियामत शेख ने पीके को ठेकेदार बताते हुए कहा कि वह पुराने नेताओं का अपमान कर रहे हैं और तृणमूल की परंपरा का भी अपमान कर रहे हैं। पार्टी के नेताओं को इस्तेमाल किया जा रहा है तथा राज्य में तृणमूल कांग्रेस को किसी भी प्रकार का नुकसान होता है तो उसके लिए पूरी तरह पीके की टीम जिम्मेदार होगी।
कई और नेता पीके के खिलाफ दे चुके हैं बयान
बताते चलें कि इससे पहले बंगाल की बैरकपुर विधानसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस के विधायक सिलभद्र दत्ता ने प्रशांत किशोर की एजेंसी के खिलाफ हमला बोलते हुए ऐलान किया था वे आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। यह पार्टी के लिए ठीक नहीं है कि कोई एजेंसी यह निर्देश दे कि कैसे पार्टी को चलाया जाए। कूचबिहार साउथ से तृणमूल कांग्रेस के विधायक मिहिर गोस्वामी ने भी पिछले दिनों कहा था कि आइ-पैक, ठेका एजेंसी, अगर पार्टी को निर्देश देगी कि कैसे काम करें तो यह पार्टी के लिए अच्छा नहीं होगा। अगर कोई पार्टी चाहती है कि एजेंसी पार्टी को चलाए तो 100 फीसद पार्टी को नुकसान उठाना पड़ेगा। कार्यकर्ताओं को पार्टी से जुड़े कामों को संभालना चाहिए।
जानकारों ने कहा- तृणमूल के लिए अच्छे संकेत नहीं -इधर तृणमूल कांग्रेस के जानकार नेताओं का कहना है कि कई नेता, जिनकी टिकट परफारमेंस रिपोर्ट के आधार पर कटनी है वे पीके को निशाना बना कर पार्टी से अलग होंगे। बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तृणमूल कांग्रेस ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) को पार्टी की रणनीति बनाने की जिम्मेदारी दी है।