तृणमूल के विरोध के बाद आयोग ने पर्यवेक्षक को हटाया
पश्चिम बंगाल व झारखंड के लिए नियुक्त किए गए विशेष चुनाव पर्यवेक्षक केके शर्मा को लेकर की जा रही आपत्ति को देखते हुए चुनाव आयोग ने उन्हें पद से हटा दिया है।
जागरण संवाददाता, कोलकाता : पश्चिम बंगाल व झारखंड के लिए नियुक्त किए गए विशेष चुनाव पर्यवेक्षक केके शर्मा को लेकर की जा रही आपत्ति को देखते हुए चुनाव आयोग ने उन्हें पद से हटा दिया है। आयोग का यह निर्णय मुख्य रूप से तृणमूल कांग्रेस द्वारा इस मामले में दर्ज की गई आपत्ति के बाद लिया गया है। हालांकि अभी यह तय नहीं हुआ है कि केके शर्मा के स्थान पर किसे चुनाव पर्यवेक्षक का पदभार सौंपा जाएगा। गौरतलब है कि बीएसएफ के सेवानिवृत्त डीजी केके शर्मा को बंगाल व झारखंड का चुनाव पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाने पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कड़ी आपत्ति जताई थी। उन्होंने शर्मा को आरएसएस का आदमी बताया था। बुधवार को कालीघाट में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में इस मसले पर सभी का ध्यान खींचते हुए मुख्यमंत्री ने कहा था कि केके शर्मा को बीएसएफ में सेवा के दौरान ही आरएसएस के एक कार्यक्रम में देखा गया था। एक शख्स आरएसएस के कार्यक्रम में शामिल होता है और उसे पर्यवेक्षक बना दिया जाता है, यह कैसे मुमकिन है। उन्होंने केके शर्मा को सीधे तौर पर आरएसएस का आदमी बताकर चुनाव पर्यवेक्षक बनाए जाने पर अपना विरोध जताया था। उन्होंने वर्दी पहनकर आरएसएस के कार्यक्रम में शर्मा के शामिल होने पर भी आपत्ति जताई थी। ममता ने चुनाव आयोग से मामले को देखने का आग्रह किया था। पार्टी की ओर से इस बाबत एक चिट्ठी भी लिखी गई थी।
राज्य में विपक्षी दल भी केके शर्मा की एक तस्वीर, जिसमें वे आरएसएस के कार्यक्रम में शामिल हैं, दिखाकर अपना विरोध जता रहे थे।