Move to Jagran APP

कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते जेपी नड्डा के बाद अब अमित शाह का भी बंगाल दौरा रद

राज्य के चार नगर निगमों सिलीगुड़ी आसनसोल चंदननगर व विधाननगर के लिए 22 जनवरी को चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले नड्डा और शाह का बंगाल दौरा तय था लेकिन कोरोना की वजह से पहले जेपी नड्डा ने उसके बाद अब अमित शाह ने भी बंगाल दौरा स्थगित कर दिया।

By Priti JhaEdited By: Published: Sun, 09 Jan 2022 08:49 AM (IST)Updated: Sun, 09 Jan 2022 08:58 AM (IST)
कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते जेपी नड्डा के बाद अब अमित शाह का भी बंगाल दौरा रद
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में कोरोना वायरस और इसके नए स्वरूप ओमिक्रोन के मामलों में हर दिन तेजी से इजाफा हो रहा है। इसके मद्देनजर अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का भी बंगाल दौरा रद कर दिया गया है। प्रदेश भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने यह जानकारी दी। अमित शाह इसी महीने बंगाल के दौरे पर आने वाले थे। इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी अपना दौरा रद कर चुके हैं।

loksabha election banner

राज्य के चार नगर निगमों सिलीगुड़ी, आसनसोल, चंदननगर व विधाननगर के लिए 22 जनवरी को चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले नड्डा और अमित शाह का बंगाल दौरा तय किया गया था लेकिन कोरोना की वजह से पहले जेपी नड्डा ने दौरा रद किया। उसके बाद अब अमित शाह ने भी बंगाल दौरा स्थगित कर दिया है।

बता दें कि जेपी नड्डा नौ जनवरी, रविवार को बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर आने वाले थे। बताते चलें कि पिछले साल की शुरुआत में हुए बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद दिसंबर में कोलकाता नगर निगम चुनाव में भाजपा की हुई करारी हार की वजह से पार्टी के भीतर यहां घमासान मचा है। कोलकाता निगम चुनाव में हार के बाद हाल में प्रदेश व जिला इकाई में बड़े स्तर पर सांगठनिक फेरबदल भी किया गया जिसके बाद कई नेता नाराज बताए जा रहे हैं।

वहीं, चुनाव में हार के बाद से कार्यकर्ताओं का मनोबल भी गिरा है। ऐसे में पार्टी नेताओं को एकजुट करने और कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए नड्डा और अमित शाह का दौरा तय किया गया था, लेकिन कोरोना की वजह से दोनों दिग्गज नेताओं का दौरा रद हो गया है। 

गौरतलब है कि आगामी 22 जनवरी को बंगाल के चार नगर निगमों आसनसोल, सिलीगुड़ी, चंदननगर व बिधाननगर के चुनाव होने हैं। आयोग चुनाव प्रचार को लेकर पहले ही सख्त दिशानिर्देश जारी कर चुका है। आयोग ने राजनीतिक दलों को वर्चुअल प्रचार पर जोर देने को कहा है। चुनावी सभाओं में पहले अधिकतम 500 लोगों को एकत्र होने की अनुमति दी गई थी, जिसे बाद में घटाकर 250 कर दिया गया। आयोग अब चाहता है कि चुनाव सभाएं न हो क्योंकि इससे कोरोना और तेजी से फैलने की आशंका पैदा हो सकती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.